देहरादून ब्यूरो। एसटीएफ देहरादून ने इसी महीने 5 जून को भी हरिद्वार और रुड़की में कई फैक्ट्रियों और गोदामों पर छापा मारकर नकली दवाओं के कारोबार का भंडाफोड़ किया था। थर्सडे को एक बार फिर रुड़की क्षेत्र में फिर छापे मारे गये और भारी मात्रा में नकली दवाइयां और नकली दवा बनाने का रॉ मेटेरियल पकड़ा गया।
5 गोदामों में छापे
एटीएफ ने थर्सडे को 5 गोदामों पर छापे मारे। ये छापे गांव सलेमपुर, थाना गंगनहर रुड़की क्षेत्र में मारे गये। एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह के अनुसार इन गोदामों में भारी मात्रा में नकली दवाइयां और दवाइयों बनाने का रॉ मेटेरियल छिपाकर रखे गए गये थे। इसके अलावा भारी मात्रा में एक्सपायरी दवाइयां भी इन गोदामों से पकड़ी गई हैं। इस छापेमार कार्रवाई के दौरान मौके पर मिले एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है।
अब तक पकड़ा गया सामान
खुली टेबलेट्स 50 कट्टे
रॉ मेटेरियल 80 कट्टे
रॉ मेटेरियल 10 ड्रम
स्टीरियल वाटर 2 कट्टे
कैप्सूल कैप 2 कट्टे
एक्सपायरी दवा लाखों की संख्या में
पहले भी मारा छापा था
एसटीएफ देहरादून बीते 5 जून को हरिद्वार और यूपी के सहारनपुर जिलों के कई जगहों पर नकली दवाओं की फैक्ट्रियों और स्टोरों पर छापे मारे थे। भगवानपुर, लक्सर और सहारनपुर में छापे गये इन छापों में नामी कंपनियों की दवा बनाने का सामान, केमिकल, नकली दवाइयां बरामद की गई थी। इन दवाइयों को देशभर में कोरियर सर्विस के माध्यम से सप्लाई किया जाना था। इस छापेमारी में भगवानपुर क्षेत्र में पूर्व में बंद हुई इनोवा ड्रग एंड फार्मा कंपनी में भी पकड़ में आई थी। इसके साथ ही ऑल्टो कार में 4 लाख की नकली दवाओं के साथ दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था। उनसे ही इनोवा फैक्ट्री का पता चला था। इस कंपनी में फैक्ट्री मालिक विशाल और उसका पार्टनर पंकज कुमार नकली दवाइयां बनाते थे और हेल्पर रोहतास के माध्यम से कोरियर के माध्यम से अलग अलग राज्यों में भेजते थे। पंकज लक्सर में पीपलहिया गांव में भी फैक्ट्री लगाकर नकली दवाओं की रेपरिंग कर बाजार में बेचता था। छापे में नामी कंपनियों की नकली दवाइयों और रॉ मेटेरियल सहित करोड़ों रुपये मूल्य का सामान पकड़ा गया था।