देहरादून (ब्यूरो)। दून के बच्चे स्कूल के अंदर ही नहीं स्कूल के बाहर भी कोरोना से बचाव के लिए मास्क का इस्तेमाल कर रहे हंै। स्कूल के अंदर तो टीचर के डर से बेशक बच्चे मास्क हरदम पहन रहें हों, लेकिन कोरोना को लेकर स्कूल गोइंड बच्चों की अवेयरनेस फॉलो करने लायक है। वे स्कूल के बाहर भी मास्क लगाकर ही घूम रहे हैैं। क्लासमेट््स के साथ बात करते वक्त भी मास्क नीचे नहीं खिसकाते। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने कई स्कूलों का रियलिटी चेक किया तो बच्चों की यह अवेरनेस सामने आई।
लोग क्यों हो रहे लापरवाह
इसके उलट शहर के तमाम बाजारों में मास्क को लेकर लोग अवेयर नहीं दिख रहे। ओमिक्रॉन को लेकर दून सहित प्रदेशभर में अलर्ट घोषित कर दिया गया है। दून में कोरोना के केसेज भी रेगुलर रिपोर्ट हो रहे हैैं, इसके बावजूद लोग मास्क लगाने को तैयार नहीं। इतना ही नहीं वे सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर भी लापरवाही बरत रहे हैैं। बाजारों की भीड़ हमेशा खतरे का कारण बनी है। फर्स्ट और सेकंड वेव के दौरान भी यही लापरवाही घातक साबित हो चुकी है। लोगों को बच्चों से सीख जरूर लेनी चाहिए।
स्कूल्स में कोरोना प्रोटोकॉल फॉलो
- स्कूल में मास्क के बिना नो एंट्री
- सोशल डिस्टेंसिंग लागू
- एंट्री से पहले हो रही थर्मल स्क्रीनिंग
- एग्जाम के दौरान 50 परसेंट स्टूडेंट्स ही एक रूम में
स्कूल में आइसोलेशन रूम भी
स्कूल्स में आइसोलेशन रूम भी तैयार किए गए हैैं। किसी बच्चे में फ्लू, टेंपरेचर या कोल्ड के सिंप्टम्स मिले तो उसे आइसोलेट करने की व्यवस्था की गई है। आइसोलेशन रूम में ही उसे एग्जाम दिलाया जा रहा है। ताकि, दूसरे बच्चों में संक्रमण ट्रांसफर न हो।