देहरादून(ब्यूरो) उच्च शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने बताया कि प्रदेश के हायर एजुकेशन संस्थानों में प्रवेश से किसी भी युवा को वंचित नहीं रखा जायेगा। उत्तराखंड विद्यालय शिक्षा परिषद, सीबीएसई व अन्य बोर्डों की परीक्षाफल सुधार परीक्षा में उत्तीर्ण छात्र-छात्राएं को मौका दिया जाएगा। इसके अलावा केन्द्रीय विश्वविद्यालयों में प्रवेश से वंचित या फिर अन्य कारणों से प्रवेश न ले पाने वाले स्टूडेंट्स की आवश्यकता को देखते हुए हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट के तहत राच्य के विवि के कैंपस व उनसे सम्बद्ध सभी शासकीय, अशासकीय व निजी महाविद्यालयों में ग्रेजुएशन व पीजी क्लासेस में प्रवेश के लिए अंतिम मौका दिया जायेगा।

27 अगस्त से 5 सितंबर तक मौका
इसके लिये विभगाय अधिकारियों को आगामी 27 अगस्त से 5 सितम्बर तक दोबारा समर्थ पोर्टल खोलने के निर्देश दे दिये गये हैं। डॉ। रावत ने बताया कि उक्त समयावधि में प्रवेश से वंचित रह गये छात्र-छात्राएं समर्थ पोर्टल पर अपना पंजीकरण करा सकेंगे और उच्च शिक्षण संस्थानों में स्नातक व परास्नातक कक्षाओं में प्रवेश ले सकेंगे। उन्होंने कहा कि प्रवेश से वंचित छात्र-छात्राओं को ऑनलाइन पंजीकरण में कोई समस्या न हो इसके लिये विभागीय अधिकारियों को जरूरी निर्देश दे दिये गये हैं।

कुमाऊं विवि में 31101 स्टूडेंट्स
कुमाऊं विश्वविद्यालय में 31101, श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय 31326 व सोबन सिंह जीना विवि में 13603 छात्र-छात्राएं शामिल हैं। ऐसे ही पीजी प्रथम सेमेस्टर के लिए कुल 24895 छात्र-छात्राओं ने समर्थ पोर्टल पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया है। जिसमें कुमाऊं विवि में 12249, श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विवि 8193 व सोबन सिंह जीना विवि में 4453 छात्र-छात्राएं शामिल हैं।

इनविंग क्लासेस का भी संचालन
बताया, कुल पंजीकरण के सापेक्ष अब तक पीजी कक्षा के लिये 9324 व ग्रेजुएट में 48251 छात्राओं ने प्रवेश लिया है। कहा, राज्य सरकार प्रदेश में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुलभ कराने के लिए संकल्पबद्ध है। इस दिशा में सकारात्मक प्रयास किए जा रहे हैं। कहा, जिन महाविद्यालयों में विवि में मानक अनुसार आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं। प्रवेश के लिए छात्र वेटिंग में हैं। वहां आवश्यकतानुसार इवनिंग क्लासेस का भी संचालन किया जायेगा।

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