देहरादून, (ब्यूरो): दून में छात्रसंघ चुनाव को लेकर माहौल गरमाने लगा है। दून के चार बड़े कॉलेजों डीएवी पीजी कॉलेज, डीबीएस, एमकेपी पीजी कॉलेज और एसजीआरआर पीजी कॉलेज में स्टूडेंट इन दिनों शक्ति प्रदर्शन में जुटे हुए हैैं। हालांकि, छात्र संघ चुनाव को लेकर अभी शेड्यूल जारी होना बाकी है। लेेकिन, कॉलेजों में चुनावी सरगर्मी जोरों पर है। चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे छात्र नेता जी-जान से जुटे हुए हैं। अब सबकी निगाहें छात्रसंघ चुनाव की तिथियों पर टिकी हुई हैं। इसके बाद कॉलेज कैंपस से लेकर सड़कों तक छात्र संघ चुनाव का घमासान देखने को मिलेगा।
प्रचार जोरों पर, हर तरफ पोस्टर व बैनर
दून के चारों बड़े डिग्री कॉलेजों में इन दिनों छात्र संघ चुनाव की तैयारी जोरों पर है। कॉलेज के आस-पास ही नहीं, मुख्य मार्ग छात्र नेताओं के बैनर और पोस्टर्स से पटे हुए हैं। कॉलेज की हर दीवार पर बैनर और पोस्टर टंगे हुए हैैं। कॉलेज ही नहीं बल्कि कॉलेज के आसपास दुकानों और सड़क पर भी छात्र नेताओं ने अपने प्रचार के लिए बैनर पोस्टर चस्पा कर दिए हैं। डीएवी पीजी कॉलेज, डीबीएस, एमकेपी और एसजीआरआर पीजी कॉलेज के आसपास का यही हाल है।
डेट डिक्लेयर होने का इंतजार
डीएवी पीजी कॉलेज राज्य का सबसे बड़ा डिग्री कॉलेज है, यहां छात्रसंघ चुनाव बड़े स्तर पर होता है। राज्य की राजनीति भी इस कॉलेज के छात्रसंघ चुनाव में इंटरेस्ट लेती है। छात्रसंघ चुनाव को लेकर जहां छात्रों में उत्सुकता है। वहीं दूसरी ओर वे चुनाव की डेट घोषित होने का इंतजार कर रहे हैं।
इन पदों पर है तैयारी
अध्यक्ष
उपाध्यक्ष
सचिव
महासचिव
कोषाध्यक्ष
विश्वविघालय प्रतिनिधि
सहसचिव
दून के कुछ प्रमुख कॉलेजों में होगा महासंग्राम
डीएवी पीजी कॉलेज
डीबीएस कॉलेज
एमकेपी पीजी कॉलेज
एसजीआरआर कॉलेज
एनएसयूआई के संभावित प्रत्याशी
डीएवी - हरीश जोशी
एमकेपी - बिपाशा बिष्ट
डीबीएस - मुकेश बसेड़ा
एसजीआरआर - काजल थापा
मालदेवता - पवन मैंदोली
एबीवीपी के संभावित प्रत्याशी
डीएवी - ऋषभ मल्होत्रा, नवजीत राणा, गोविन्द रावत, ऋतिक नौटियाल
एमकेपी - शिवानी रावत, वंशिका राणा, खुशी जोशी
डीबीएस - अभिषेक आंनद , अंकित पयाल
एसजीआरआर- राहुल जुयाल, बलवीर कुंवर
तीसरी आंख की नजर
छात्रसंघ चुनाव की डेट नजदीक आते ही सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन से लेकर पुलिस अभी से अपनी कमर कस ली है। हाल में डीएवी कॉलेज कैंपस में छात्र संगठनों के बीच हुए हंगामे के बाद पुलिस करीब 28 स्टूडेंट्स को बाउंड ऑन किया है। जिनसे पुलिस ने कॉलेज कैंपस में बेहतर बिहेव की उम्मीद की है।
पोस्टर व बैनर पर बहाया जा रहा पैसा
अभी तक छात्र संघ चुनाव की तिथि घोषित नहीं हुई है। लेकिन, दून की सड़कों पर पोस्टर व बैनर के जरिए खूब पैसा बहाया जा रहा है। जिनके जरिए स्टूडेंट्स लीडर्स अपने शक्ति का प्रदर्शन करने पर जुटे हुए हैं। यहां तक कि वाहनों के पीछे पोस्टर, बैनर चस्पा किए जा रहे हैं। महंगे वाहनों तक का इस्तेमाल किया जा रहा है। सिटी में राजपुर रोड, घंटाघर, करनपुर बाजार, डीएवी कॉलेज, ईसी रोड, सुभाष रोड, गांधी रोड, पटेलनगर, प्रेमनगर, रायपुर रोड, चकराता के मुख्य मार्ग पर पोस्टर बैनर चस्पा किए हुए देखे जा सकते हैं।
स्टूडेंट्स लीडर्स चाह रहे हैं जल्द हों चुनाव
स्टूडेंट्स लीडर्स की मानें तो कॉलेज के एडमिशन के साथ ही चुनाव की प्रक्रिया भी शुरू हो जाती है। लेकिन, अब तक चुनाव की तिथि घोषित न हो पाने के कारण स्टूडेंट्स में कंफ्यूजन बना हुआ है और वे अब तक इलेक्शन को लेकर दुविधा में हैं। छात्र नेताओं का कहना है कि आम छात्रों की जरूरतें पूरी किए जाने के लिए छात्र संघ चुनाव का समय पर होना जरूरी है। ऐसे में सरकार को जल्द छात्र संघ चुनाव कराए जाने चाहिए।
इन दिनों हुए चुनाव
2013 - 30 अगस्त
2014 - 4 सितंबर
2015 - 27 अगस्त
2016 - 1 सितंबर
2017 - 31 अगस्त
2018 - 8 सितंबर
2019 - 7 सितंबर
2022 - 24 दिसम्बर
2023 - 7 नवंबर
सरकार की मंशा कॉलेज में चुनाव कराने की नहीं दिख रही है। यही कारण है कि अब तक चुनाव की डेट जारी नहीं की गई। जबकि, एडमिशन के तत्काल बाद चुनाव प्रक्रिया शुरू हो जाती है। लेकिन, इस बार अब तक ऐसा नहीं दिख रहा है।
-विकास नेगी, एनएसयूआई
एबीवीपी का डोर-टू-डोर संपर्क अभियान चल रहा है। कार्यकर्ता छात्रों के घरों तक पहुंचकर सदस्यता अभियान के लिए संपर्क में जुटे हुए हैं। छात्रसंघ चुनाव के लिए सभी कॉलेजों में एबीवीपी ने पूरी तैयारी कर ली है। जब भी डेट आती है, हम तैयार हैं।
-नागेन्द्र बिष्ट, विभाग संगठन मंत्री, एबीवीपी।
-एबीवीपी ने आगामी छात्र संघ चुनाव के लिए प्रत्याशियों की तैयारियां कर ली हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार छात्रसंघ चुनाव अक्तूबर के लास्ट सप्ताह तक होने की उम्मीद है। इसके साथ ही एबीवीपी की ओर से छात्रों की समस्याओं के समाधान किए जाने के भी प्रयास जारी हैं।
-यशवंत पंवार, महानगर मंत्री
छात्र संघ चुनाव इस बार आगे होते दिख रहे हंै। ऐसे में स्टूडेंट को पता नहीं चल पाता कि उनका छात्र प्रतिनिधि कौन है। समय पर चुनाव होने से इसका लाभ आम स्टूडेंट्स को भी मिलता है। अब तक छात्रसंघ चुनाव की डेट तय ही नहीं हुई है, तो चुनाव कब होंगे, कहा नहीं जा सकता।
-आयुष, स्टूडेंट।
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