- कई बार शिकायत के बाद भी नहीं हो पा रही कार्रवाई
- एक बार खराब हुई तो दोबारा नहीं हो पाई ठीक

देहरादून, 5 जुलाई (ब्यूरो)।
दून की सड़कों पर पसरा अंधेरा इन दिनों पब्लिक के लिए सबसे बड़ी समस्या बना है। एक ओर तो सिटी के तमाम एरियाज में गड्ढे होने के कारण पब्लिक को परेशानी हो रही है ऊपर से उजाले की व्यवस्था नहीं है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट में खबर छपी तो दूनाइट्स ने स्ट्रीट लाइट की समस्याओं की कंप्लेन करना शुरू कर दिया। इनमें कई कॉलर ऐसे भी थे, जिन्होंने बताया कि वे 2 माह से शिकायत करके थक चुके हैं लेकिन, निपटारा नहीं हो पा रहा। अधिकारी गोल-मोल जवाब दे देते हैैं।

क्या कहा कॉलर्स ने
- एक कॉलर के अनुसार अधिकारी को फोन करो तो वे पार्षद से शिकायत करने को कहते हैैं। पार्षद को फोन करो तो वे नगर निगम को सूचना देने को बोल देते हैैं। इस तरह करीब 2 महीने से कंप्लेन किए जा रहे हैैं, सॉल्यूशन नहीं निकल रहा।
- मोहकमपुर स्थित एक कॉलर का ये भी कहना था कि कई बार हमारी ओर से शिकायत की गई लेकिन, अब तक कोई भी कार्रवाई नहीं हो पाई। जबकि यहां कई बार सड़कों में जानवरों का डर रहता है। शिकायत करें तो कहा करें।
- बद्री विशाल एन्क्लेव स्थित एक कॉलर के अनुसार बीते 15 दिनों से उनके एरिया में स्ट्रीट लाइट नहीं जल रही है।
- यमुना कॉलोनी स्थित मारुति एंजेसी के पास रहने वाले एक कॉलर के अनुसार उनके एरिया में बीते डेढ़ माह से एक स्ट्रीट लाइट न जलने की शिकायत वे पार्षद से लेकर सीनियर अधिकारी को कर चुके हैं। लेकिन, अब तक कुछ भी नहीं हो सका।
- मोहब्बेवाला स्थित एक कॉलर के अनुसार उनके एरिया में बीते कई दिनों से लाइट नहीं लग पाई है। पार्षद से लेकर विधायक तक शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कुछ सॉल्यूशन नहीं हो पाया।

वर्जन -:
हमारे एरिया में रात होते ही घर से निकलना मुश्किल हो जाता है। सड़कों व गलियों में अंधेरा रहता है। जिसके कारण पब्लिक को यहां रहना मुश्किल हो गया है। लाइट न जलने की शिकायत करने के बाद भी कार्रवाई नहीं हो पा रही।
- शिवानी

देर रात कई बार हम बाहर से आए तो सड़कों पर अक्सर अंधेरा पसरा रहता है। एक बार स्ट्रीट लाइट खराब हो जाती है तो उसे बदलना तो दूर। ठीक करने के लिए भी कोई कर्मचारी नहीं पहुंचता है।
- मंजू जैन

निर्माण कार्य शुरू होने के बाद अधिकतर एरियाज में स्ट्रीट लाइट की परेशानी जैसे आम बात हो गई है। इसके रखरखाव को लेकर सरकार की ओर से कोई भी पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए है। हमे रात में अंधेरे में निकलना मुश्किल हो जाता हैं। -:
दिप्ती बुटोला
dehradun@inext.co.in