देहरादून (ब्यूरो)। मंडे को एसटीएफ ने चंडीगढ़ से अमर सिंह को गिरफ्तार किया उसने सरकारी नौकरी लगाने का लालच देकर लाखों रुपये की ठगी करी थी और पिछले 5 वर्षों से गायब था। पुलिस ने उस पर 25 हजार रुपये के इनाम की घोषणा की थी। आरोपी पूर्व में गांव कुंजा बहादुरपुर हरिद्वार का ग्राम प्रधान भी रह चुका है। एसटीएफ के अनुसार वह पिछले 5 वर्षों से अपना नाम पता औरे वेष बदलकर अलग-अलग जगहों पर रह रहा था।
चंडीगढ़ के होटल से दबोचा
आरोपी अमर सिंह ग्राम कुंजा बहादुरपुर हरिद्वार का पूर्व ग्राम प्रधान था। इसी दौरान उसने अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर कई लोगों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर लाखों रुपये की ठगी की और फिर गायब हो गया। उसने अपने परिवार से संपर्क भी खत्म कर दिया। वर्ष 2018 में उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। तमाम प्रयासों के बाद भी वह पकड़ में नहीं आया। इस बार एसटीएफ नये सिरे से रणनीति बनाई और चंडीगढ़ के एक होटल से उसे दबोच लिया।
वेस्टर्न यूपी से 6 दबोचे
संडे को भी एसटीएफ ने एक गैंगस्टर को वेस्टर्न यूपी से गिरफ्तार किया था। पुलिस को पश्चिमी यूपी के कई बदमाशों की तलाश थी। इसके लिए एसटीएफ ने वांछित अपराधियों की सूची तैयार की और टीम को पश्चिम यूपी रवाना किया। इस अलग-अलग जगहों से कुल 6 गैंगस्टर्स को दबोचा जा चुका है और कुछ अन्य की तलाश की जा रही है। इन्हीें में एक एक इकराम उर्फ लाला भी था, जिसे संडे को गिरफ्तार किया गया। इकराम की गोमांस तस्करी के मामले में पुलिस का तलाश थी। उस पर 10 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था।
गोमांस तस्कर भी दबोचा
कुख्यात बदमाशों की सूची बनाते हुए इकराम उर्फ लाला का नाम सामने आया। पता चला कि हरिद्वार जिले के थाना कनखल से उसके खिलाफ गोमांस तस्करी का केस दर्ज है। उस पर 10 हजार रुपये इनाम की भी घोषणा की गई है और पिछले काफी समय से वह पकड़ में नहीं आ रहा है। एसटीएफ ने जानकारी हासिल की तो पता चला कि इकराम इन दिनों सहारनपुर में रह रहा है। एसटीएफ की टीम ने सहारनपुर में अलग-अलग जगहों पर उसकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी। आखिरकार उसे गिरफ्तार कर लिया गया। एसटीएफ के अनुसार इकराम शातिर पशु तस्कर है। उसके खिलाफ सहारनपुर, हरियाणा और हरिद्वार में कई पशु चोरी और गो-तस्करी के कई मामले दर्ज हैं।