सत्र के आखिरी दिन सरलीकरण, समाधान व निस्तारण का मंत्र दिया
कहा, लंबी और कठिन सरकारी प्रक्रिया होंगी सरल
देहरादून
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सरकारी कामों पर नो पेंडेंसी पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि अंतिम व्यक्ति तक विकास का लाभ पहुंचाना सरकार का लक्ष्य है। इसके लिए उन्होंने सरलीकरण, समाधान और निस्तारण का मंत्र दिया। सीएम सैटरडे को विधानसभा के मानसून सत्र के आखिरी दिन 'सस्टेनेबल डेवलमेंट गोल' पर हुई चर्चा में भाग ले रहे थे। उन्होंने कहा कि चर्चा के दौरान विधायकों की ओर से आए महत्वपूर्ण सुझावों को अमल में लाया जाएगा।
लंबी प्रक्रिया होगी सरल
सीएम ने कहा कि विभिन्न कामों के लिए सरकारी प्रक्रिया लंबी और जटिल होने के कारण लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पाता। फाइलें बेवजह सिस्टम में घूमती रहती हैं। इसे देखते हुए जनहित व विकास से जुड़े मामलों में प्रक्रिया का सरलीकरण कर समाधान ढूंढा जाएगा और फिर तत्काल निस्तारण होगा।
जवाबदेही होगी तय
सीएम ने कहा, इस बात पर भी ध्यान दिया जाएगा कि जिस अधिकारी को जो काम मिला है, उसे वह अपने स्तर से ही पूरा करे। इसके लिए जवाबदेही तय की जाएगी। कोई भी मामला पेंडिंग न रहे, इसके लिए 'नो पेंडेंसी' पर जोर पर फोकस किया जाएगा। सरकार ने जो घोषणाएं की हैं, उनका शिलान्यास व फिर लोकार्पण जल्दी किया जाएगा।
22 हजार भर्तियां होंगी
सीएम ने कहा कि राज्य में कोरोना वैक्सीनेशन अभियान सफलतापूर्वक लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने गरीब कल्याण योजना का भी उल्लेख किया। रोजगार के मसले पर उन्होंने कहा कि यह समस्या सामूहिक सहभागिता से हल होगी। विभिन्न विभागों में 22 हजार से ज्यादा पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई है। स्वरोजगार के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण आर्थिक स्थिति खराब होने पर भी पर्यटन, स्वास्थ्य, ग्राम्य विकास (स्वयं सहायता समूहों) आदि को राहत पैकेज दिए गए हैं।
2 घंटे में पहुंचेंगे दिल्ली
सीएम ने कहा कि आपदा से सड़कों को काफी क्षति पहुंची है। 15 सितंबर के बाद इन्हें गड्ढामुक्त करने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। उप्रदेश में चारधाम आलवेदर रोड समेत कई सड़कों का कार्य चल रहा है। आने वाले समय में देहरादून से दिल्ली की दूरी दो घंटे में तय होगी। इसके लिए एलिवेटेड रोड को 12 हजार करोड़ की मंजूरी हो चुकी है।
बदरी-केदार पुनर्निर्माण
सीएम ने कहा कि केदारनाथ धाम में शुरू होने वाले द्वितीय चरण के पुनर्निर्माण कार्याें के शिलान्यास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया गया है। बदरीनाथ धाम में भी ढाई करोड़ की लागत से कार्य कराए जाएंगे। वहां निर्माण कार्य का जिम्मा सबसे दक्ष एजेंसी को दिया जाएगा।