- प्रोजेक्ट का करीब 90 परसेंट काम कंप्लीट, ग्रीन फील्ड हाईवे का उठा पाएंगे लुत्फ
- करीब 22 किमी। घट जाएगी दून से दिल्ली की दूरी, 2:30 घंटे में होगा सफर
देहरादून, 11 अप्रैल (ब्यूरो)।
दून-दिल्ली एक्सप्रेस-वे पर अगले माह 15 मई के बाद वाहन फर्राटा भरेंगे। खास बात यह है कि एक्सपे्रसवे के निर्माण के बाद दून से दिल्ली का सफर 6 घंटे की जगह करीब 2:30 घंटे में तय हो सकेगा। 213 किमी। की लंबाई वाले एक्सप्रेसवे की 12 किमी। एलिवेटेड रोड का काम 90 परसेंट तक पूरा हो गया है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अफसरों ने बताया कि एक्सप्रेसवे का काम 15 मई तक पूरा हो जाएगा। इसके बाद ट्रायल शुरू होगा। ट्रायल के बाद एक्सप्रेसवे को आवाजाही के लिए खोल दिया जाएगा।
90 परसेंट काम पूरा
एक्सप्रेसवे का कार्य अब तक करीब 90 परसेंट तक पूरा हो चुका है। जनवरी 2022 से एक्सप्रेसवे का काम शुरू हुआ। एनएचएआई के अफसरों का कहना है कि एक्सप्रेसवे का काम तेजी से किया जा रहा है। अगले माह 15 मई तक एक्सप्रेसवे बनकर तैयार हो जाएगा। 12 किमी एलिवेटेड रोड का काम लगभग पूरा होने वाला है। एक्सप्रेस-वे के लिए नदी में सभी 603 पिलर का निर्माण हो गया है। थ्री लेन टनल का काम पिछले साल मार्च में पूरा हो चुका है।
ग्रीन फील्ड हाईवे करेगा रोमांचित
दिल्ली-देहरादून इकोनोमिक कॉरिडोर दिल्ली में अक्षरधाम मंदिर के पास डीएमई से शुरू होकर शास्त्री पार्क, खजूरीखास, मंडोला, खेकड़ा (बागपत) में ईएपईई इंटरचेंज के माध्यम से मौजूदा राष्ट्रीय राजमार्ग 709बी पर जाता है। इसके बाद बागपत, शामली, मुजफ्फरनगर और सहारनपुर जिलों से गुजरने वाला ग्रीन फील्ड राजमार्ग (राष्ट्रीय राजमार्ग-344), सहारनपुर बाईपास पर मिलता है। इसके बाद मौजूदा राष्ट्रीय राजमार्ग 344 और राष्ट्रीय राजमार्ग 307 का अनुसरण करता है जो छुटमलपुर, गणेशपुर, मोहंड, डाट काली देवी स्थित सुरंग से होकर आशारोडी देहरादून पर समाप्त होता है।
ढाई घंटे में दून से दिल्ली
पूरे एक्सप्रेसवे में कॉरिडोर की लंबाई लगभग 113 किलोमीटर है। इसमें 6 लेन (एक्सेस कंट्रोल) है। प्रोजेक्ट की लागत 11,970 करोड़ है। इसे न्यूनतम 100 किमी। प्रति घंटे की गति के हिसाब से डिजाइन किया गया है। वर्तमान में देहरादून से दिल्ली की दूरी 235 किमी। है जो इस कॉरिडोर के बनने के बाद घटकर 213 किलोमीटर रह जाएगी। दावा किया जा रहा है कि यह दूरी महज ढ़ाई घंटे में तय हो जाएगी।
110 अंडर पास, 5 आरओबी
दिल्ली सहारनपुर देहरादून इकोनोमिक कॉरिडोर के निर्माण से अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा। विशेष रूप से उत्तराखंड के पर्यटन उद्योग के लिए यह एक वरदान साबित होगा। इस कॉरिडोर में 5 आरओबी, 110 अंडर पास, आबादी क्षेत्र में 76 किमी। सर्विस रोड तथा 29 किमी एलिवेटेड पोर्शन और 16 एंट्री और एग्जिट प्वाइंटस हैं।
2021 में शुरू हुआ था काम
दून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 4 दिसंबर 2021 को दून-दिल्ली एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया था। लेकिन काम जून 2022 से शुरू हुआ। डाटकाली से गणेशपुर तक एलिफेंट कोरिडोर के चलते 12 किमी एलिवेटेड एक्सप्रेस-वे बरसाती नदी के ऊपर बनाया जा रहा है। मार्च 2024 तक प्रोजेक्ट कंप्लीट होना था। एक्सप्रेस-वे का 3.5 किमी हिस्सा डाटकाली से आशारोड़ तक उत्तराखंड की सीमा में है। इस हिस्से पर पुरानी सड़क को एक्सप्रेस-वे में तब्दील कर एलिवेटेड पास बनाए जा रहे हैं।
एक्सप्रेसवे पर एक नजर
235
किमी। है दून से दिल्ली की दूरी
213
किमी। रह जाएगी एक्प्रेसवे बनने के बाद दूरी
11970
करोड़ होंगे पूरे एक्सप्रेसवे का खर्च
20
किमी। काम एनएचएआई रीजन देहरादून के पास है
1493
करोड़ खर्च होंगे दून रीजन के 20 किमी.में
2:30
घंटे में तय हो जाएगा दून से दिल्ली का सफर
12
किमी। है एलिवेटेड रोड
113
किमी। होगी कॉरिडोर की लंबाई
25
मीटर यानि 6 लेन है एक्सप्रेसवे की चौड़ाई
340
मीटर टनल का काम कंप्लीट
603
पिलर बनने हैं एलिवेटेड रोड पर
15
मई 2024 तक कंप्लीट हो जाएगा प्रोजेक्ट
dehradun@inext.co.in