देहरादून ब्यूरो।
गढ़वाल कमिश्नर के अलावा देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड के सीईओ और डीएम भी समय-समय पर स्मार्ट सिटी के कामों का निरीक्षण करते हुए इस तरह के कड़े आदेश देते रहे हैं और काम में लापरवाही किये जाने या समय पर काम पूरे न होने की स्थिति में कड़ी कार्रवाई के आदेश भी देते रहे हैं। जन प्रतिनिधि भी कभी-कभी इस आशय के आदेश देते रहे हैं। लेकिन, इन तमाम आदेशों के बावजूद पिछले तीन वर्षों से दून सिटी अस्त-व्यस्त हैं। कई बार एक्सटेंशन लेने के बाद भी काम पूरे नहीं हो पा रहे हैं। कुछ काम आधे में ही छोड़ दिये गये हैं।
22वीं बोर्ड बैठक में फिर आदेश
सैटरडे को देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेडे के अध्यक्ष और गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार की अध्यक्षता में हुई स्मार्ट सिटी बोर्ड की 22 वीं बैठक में भी काम समय पर पूरा करने के आदेश दिये गये। बैठक में सभी संबंधित वभागों के अधिकारी, डीएससीएल के अधिकारी और कार्यदायी संस्था के प्रतिनिधि मौजूद थे।
बारिश में न हो दिक्कत
गढ़वाल कमिश्नर और डीएससीएल के चेयरमैन ने अधिकारियों, इंजीनियरों, कार्य संस्थाओं के प्रतिनिधियों को निर्देश दिए कि स्मार्ट सिटी के अन्तर्गत चल रहे प्रोजेक्ट में ऐसे सभी काम जो बारिश के दौरान परेशान कर सकते हैं, उन्हें जल्दी पूरा किया जाए। बारिश के दौरान ओवरफ्लो आदि समस्या पैदा न हो। गढ़वाल कमिश्नर को बताया गया कि दून सिटी में दो रूट पर 10 इलेक्ट्रिक बसों का संचालन किया जा रहा है। 5 और इलेक्ट्रिक बसें मिल गई हैं, जो की आईएसबीटी से एयरपोर्ट रूट पर जल्द ही सेवाएं शुरू करेंगी।
जरूरी सेवाएं जुड़े आईसीसीसी से
बोर्ड की बैठक में एक बार फिर पब्लिक से सीधे जुड़े कामों को दून इंट्रीगेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से जोडऩे पर जोर दिया गया। खासकर नगर निगम, बिजली निगम और जल निगम के पब्लिक सर्विस से जुड़े काम डीआईसीसीसी से जोडऩे के लिए कहा गया।
ठेकेदारों को हिदायत
ठेकेदार फर्मो एवं कार्यदायी संस्थाओं को सख्त हिदायत दी गई है कि वे काम में किसी भी तरह की कोताही न बरतें और हर साइट पर मजदूरों की संख्या बढ़ाकर काम जल्द से जल्द पूरा करें।