देहरादून (ब्यूरो)। शेड्यूल में पूर्व निर्धारित मल्टी एक्टिीविटी डिस्पले व लाइट एवं साउंड शो को राष्ट्रीय शोक के चलते रद किया गया है। पासिंग आउट परेड में देश-विदेश के 387 जेंटलमैन कैडेट शिरकत करेंगे। इनमें से 319 युवा सैन्य अफसर भारतीय थलसेना को मिलेंगे। जबकि 8 मित्र देशों अफगानिस्तान, भूटान, श्रीलंका, नेपाल, मालद्वीव, म्यांमार, तंजानिया व तुर्किमेनिस्तान की सेना को 68 युवा सैन्य अधिकारी मिलेंगे। ।
कोविड प्रोटोकॉल का होगा पालन
पासिंग आउट परेड में कोविड प्रोटोकॉल का पूरा ख्याल रखा जाएगा। इसे देखते हुए विदेशी मेहमान सीमित संख्या में ही पीओपी देखने के लिए आईएमए पहुंच रहे हैं। जबकि जेंटलमैन कैडेट्स के स्वजनों को पास जारी किए गए हैं। दरअसल, गत दिवस तमिलनाडु के कुन्नूर में एयरफोर्स के एमआई-17 वी फाइव हेलीकॉप्टर के क्रैश होने के कारण चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत सेना व वायुसेना के 13 अधिकारियों व जवानों की मौके पर ही मौत हो गई थी। जबकि इसी हेलीकॉप्टर में सवार वायुसेना का एक ग्रुप कैप्टन हॉस्पिटल में मौत व जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं। वर्ष 1971 के भारत-पाक युद्ध में भारतीय सशक्त सेनाओं की जीत के पचास साल पूरे होने के अवसर पर आईएमए में 11 दिसंबर को होने वाली पासिंग आउट परेड में राष्ट्रपति के साथ सीडीएस जनरल रावत को भी शिरकत करनी थी। लिहाजा अकादमी प्रबंधन तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटा लेकिन इस बीच गत दिवस हुए घटनाक्रम से अचानक सब कुछ बदल गया।
कमांडेट परेड भी हुई रद
हर वर्ष की भांति पीओपी से पहले होने वाली कमांडेट परेड को रद कर दिया है। मुख्य परेड को लेकर असमंजस की स्थिति खड़ी हो गई। इस मामले को लेकर अकादमी प्रबंधन ने सेना मुख्यालय से विचार-विमर्श किया। इसके बाद प्राप्त दिशा-निर्देश के बाद अकादमी की जनसंपर्क अधिकारी ले। कर्नल हिमानी पंत ने बताया कि पासिंग आउट ग्यारह दिसंबर को ही होगी। राष्ट्रपति बतौर निरीक्षण अधिकारी पीओपी में शिरकत करेंगे। इतना जरूर कि शेड्यूल में पूर्व में शामिल कुछ कार्यक्रम रद किए गए हैं।