देहरादून (ब्यूरो)। पिछले कुछ वर्षों में दून के पॉपुलेशन में तेजी से बढ़ोत्तरी हुई है। 6 लाख की आबादी का शहर कुछ ही वर्षों में 12 लाख का हो गया है। इसी हिसाब से वाहनों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है, लेकिन ज्यादातर सड़कें चौड़ी नहीं हो पाई हैं। आबादी बढऩे के साथ ही स्ट्रीट वेंडर्स की संख्या भी बढ़ी है, लेकिन सिटी में वेंडिंग जोन या तो बने ही नहीं या बने तो ऐसी जगह बने, जहां वेंडर्स और कस्टमर्स का पहुंचना संभव ही नहीं है।

पहुंच से बाहर वेंडिंग जोन
सिटी में नगर निगम की ओर से कुछ जगहों पर वेंडर्स जोन डेवलप किये गये हैं। हालांकि प्रस्तावित 35 वेंडिंग जोन की तुलना में अब तक गिने-चुने वेंडिंग जोन ही बन पाये हैं। इनमें से कुछ ऐसे भी हैं, जिनका कोई औचित्य नहीं है। रायपुर में बनाया गया वेंडिंग जोन इसका उदाहरण है। रायपुर मेन मार्किट में रेहड़ी-ठेली लगाने वाले वेंडर्स के लिए स्टेडियम के पास वेंडिंग जोन बनाया गया है। यहां तक कस्टमर्स का पहुंचा पाना संभव नहीं। ऐसे में वेंडर्स भी वहां नहीं जाते। सहारनपुर रोड पर पटेलनगर क्षेत्र में वेंडर्स के कारण जाम की सबसे ज्यादा समस्या पैदा होती है, लेकिन यहां वेंडिंग जोन नहीं है। जिस लाल पुल वेंडिंग जोन का दावा किया जाता है, वह इतना छोटा ही गिनती के वेंडर्स ही वहां खड़े हो सकते हैं।

पार्किंग की भी दिक्कत
सिटी में पार्किंग की समुचित व्यवस्था न होना भी सड़कों के सिकुडऩे का बड़ा कारण है। लोग बाजार जाते हैं तो पार्किंग व्यवस्था न होने से सड़कों पर ही वाहन पार्क कर देते हैं। ट्रैफिक पुलिस ऐसे व्हीकल्स को टो भी करती है, लेकिन हर रोज इतनी ज्यादा संख्या में व्हीकल नो पार्किंग जोन में पार्क कर दिये जाते हैं कि सभी को टो करना संभव नहीं हो पाता। सिटी में स्मार्ट पार्किंग व्यवस्था भी सिर्फ हवाई दावा बन गई है।

सड़कों पर अतिक्रमण
सड़कों और फुटपाथों में अतिक्रमण भी सड़कें जाम होने का बड़ा कारण है। ट्रैफिक पुलिस और नगर निगम की ओर से कभी-कभी संयुक्त अभियान चलाकर इस तरह के अतिक्रमण को हटाया जाता है, लेकिन टीम के लौटते ही फिर से अतिक्रमण कर लिय जाता है। सिटी में कई लोगों की व्यवसाय रोड और फुटपाथ पर ही चल रहे हैं।

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गाडिय़ों की संख्या बढ़ रही है, सड़कें कम हैं। अतिक्रमण और पार्किंग न होने से भी जाम की समस्या बढ़ रहीे है। वेंडिंग जोन लॉजिकल जगहों पर नहीं बन रहे हैं। हालांकि नगर निगम के साथ संयुक्त अभियान चलाकर अतिक्रमण हटाने का प्रयास किया जा रहा है। हाल के दिनों में ऐसे कई लोगों पर कार्रवाई भी की गई है।
अक्षय कुंडे, एसपी
ट्रैफिक, देहरादून