देहरादून (ब्यूरो)। स्टेशन के एक गेट से ही यात्रियों के आने-जाने की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखी जा रही है। सोमवार को डॉग स्क्वॉयड की मदद से जीआरपी और आरपीएफ ने समूचे स्टेशन परिसर को खंगाला। प्लेटफार्मों के अलावा अमानती सामान घर आदि की तलाशी ली। हैंड हेल्ड मैटल डिटेक्टर से संदिग्ध व्यक्ति और सामानों की तलाशी ली जा रही है।

तमाम दावों के बाद भी स्टेशन की सुरक्षा में छेद
हरिद्वार: एनएसजी टू श्रेणी के हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर 100 सीसीटीवी कैमरे लगे होने का दावा किया जा रहा है, लेकिन इनमें आधे ही काम कर रहे हैं। इसी तरह स्टेशन के प्रवेश द्वार पर डोर फ्रेम मैटल डिटेक्टर (डीएफएमडी) भी नहीं है। हालांकि अति विशिष्टों के आगमन पर इसे लगाया जाता है, लेकिन आम दिनों में यात्री बेरोकटोक स्टेशन परिसर में आते-जाते हैं। लगैज स्कैनर मशीन भी धूल फांक रही है। इसके अलावा स्टेशन से बाहर निकलने को ऐसे कई रास्ते हैं, जहां सुरक्षा कर्मी तैनात नहीं रहते। पार्सल घर से बगल से प्लेटफॉर्म एक पर कोई भी बेरोकटोक दाखिल हो सकता है।

धमकी भरा पत्र मिलने के बाद स्टेशन की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सुबह-शाम डॉग स्क्वॉयड की मदद से ट्रेनों के अलावा यात्री और उनके सामान की जांच पड़ताल की जाती है। सोमवार को भी प्लेटफॉर्म, अमानती सामान घर, बुङ्क्षकग, सर्कुलेङ्क्षटग एरिया आदि की गहनता से चेङ्क्षकग कराई गई। सीसीटीवी कैमरों से भी नजर रखी जा रही है।
अनुज ङ्क्षसह, एसओ जीआरपी, हरिद्वार

रेलवे स्टेशन को बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद स्टेशन पर आने वाले संदिग्धों पर नजर रखी जा रही है। जगह-जगह बैरिकेङ्क्षडग कराई गई है। यात्रियों को एक ही गेट से स्टेशन परिसर से आने-जाने दिया जा रहा है।
डीएस चौहान, इंस्पेक्टर, आरपीएफ, हरिद्वार