देहरादून, (ब्यूरो): प्रदेश में भारी बारिश के चलते चारधाम के मुख्य मार्ग बदरीनाथ मार्ग को खोलने में नेशनल हाइवे एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवेलपमेंट कारपोरेशन (एनएचआइडीसीएल) की लापरवाही सामने आई है। इस पर सचिव पीडब्लयूडी डा। पंकज कुमार पांडेय ने कड़ी नाराजगी जताते हुए एनएचआइडीसीएल के अधिकारियों को नवंबर, 2023 से मई, 2024 तक किए गए कार्यों का विवरण उपलब्ध कराने को कहा है। साथ ही उन्होंने चंपावत राष्ट्रीय राजमार्ग के बार-बार अवरुद्ध होने पर नाराजगी जताते हुए अधिशासी अभियंता को समस्या के मूल में जाकर इसे दुरुस्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बारिश, भूस्खलन और बाढ़ के कारण बंद व क्षतिग्रस्त सड़कों की शीघ्र मरम्मत कर अवाजाही सुगम बनाने के निर्देश दिए।
नंदप्रयाग व पागलनाले में बार-बार हो रही रोड बंद
ट्यूजडे को सचिव पीडब्ल्यूडी डा। पंकज कुमार पांडेय ने राज्य में आपदा से प्रभावित पुल और सड़कों के संबंध में समीक्षा की। बैठक में यह बात सामने आई कि चमोली में हेलंग से चमोली मार्ग और नंदप्रयाग में पागलनाले के पास मार्ग बार-बार अवरुद्ध हो रहा है। इससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अप्रैल में सचिव के क्षेत्र भ्रमण के दौरान एनएचआइडीसीएल का भाग ही सबसे अधिक क्षतिग्रस्त पाया गया था। इस भाग की मरम्मत के लिए उस समय भी कोई मशीन अथवा मजदूर मौजूद नहीं थे। अभी भी एनएचआइडीसीएल द्वारा क्षतिग्रस्त भाग को दुरुस्त न करने पर सचिव लोक निर्माण विभाग ने नाराजगी जताई। साथ ही उन्होंने उत्तरकाशी में एनएचआइडीसीएल के सिलक्यारा टनल के पास फंसे ट्राले से मार्ग अवरुद्ध होने के प्रकरण का भी संज्ञान लिया। उन्होंने 2 दिन के भीतर फंसे ट्राले को हटाकर मार्ग सुचारू करने के निर्देश दिए।
134 मार्ग बंद, ठहरा यातायात
सचिव ने अधिकारियों को राज्य के अवरुद्ध हुए सभी राष्ट्रीय राजमार्ग, राज्य राजमार्ग और पुलों को शीघ्र खोलने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ऐसे स्थान जहां पुल टूट गए हों, वहां अत्यावश्यक होने पर अस्थायी रूप से ट्राली लगाई जाए, क्योंकि जहां भी ट्रालियां लगी हैं वहां विभाग को पुल का निर्माण करना है। उन्होंने विभिन्न स्थानों पर ग्रामीणों द्वारा स्वयं अस्थायी पुल बनाने के प्रकरण संज्ञान लेते हुए उन्हें तकनीकी सहायता उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि प्रदेश में कुल 134 मार्ग बंद हैं। जिन्हें खोलने का कार्य लगातार जारी है।
खस्ताहाल सड़कों पर एक नजर
- लंबे समय से खराब हैं सैकड़ों सड़कें
- रोड पर बड़े-बड़े गडढ़् बन रहे दुर्घटनाओं का सबब
- सचिव पीडब्ल्यूडी ने लगाई लापरवाही पर अफसरों को फटकार
- बारिश-भूस्खलन से प्रदेश में 134 सड़कें बंद
- बंद सड़कों को खोलने का काम जारी, 151 मशीनें लगाई है काम में
- सिलक्यारा टनल के पास 2 दिन के भीतर फंसे ट्राले को हटाने के दिए निर्देश
- नंदप्रयाग और पागलनाले में बार-बार सड़क बंद होने पर यातायात हो रहा प्रभावित
- सचिव ने बंद मार्गों को खोलने के साथ ही ्रगड्ढ़ों को भी जल्द भरने के दिए निर्देश
171 किमी। नई सड़कें बनेंगी
यातायात व्यवस्था को सुगम करने के लिए राज्य में 171 किमी। लंबी नई सड़कों का निर्माण करेगा। विभागीय मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि राज्य बनने के बाद से नई सड़कों का निर्माण किया जा रहा है। कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में 171 किमी मार्गों के नव निर्माण के बाद विभाग के अधीन मार्गों की लंबाई 33683 किमी। हो जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार लगातार प्रदेश में आबादी को सड़कों से जोडऩे के कार्य में जुटी हुई है।dehradu@inext.co.in