देहरादून, (ब्यूरो): सरस मेला ग्रामीण क्षेत्रों की समृद्ध सांस्कृतिक परंपरा, कौशल और उद्यमिता को प्रदर्शित करने का जरिया है। इन मेलों के माध्यम से स्थानीय उत्पादों को प्रदर्शित करने का मंच प्राप्त होता है। ग्रामीण कारीगरों, महिला स्वयं सहायता समूहों, हस्तशिल्पियों, ग्रामीण उद्यमियों के साथ कृषि उत्पादों और ग्रामीण कौशल को भी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों से जोडऩे का प्रयास किया जा रहा है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने ये बातें रेंजर्स ग्राउंड में आयोजित सरस मेला-2024 के उद्घाटन अवसर पर कहीं। सीएम ने कहा कि वोकल फार लोकल के तहत स्थानीय उत्पादों को मंच प्रदान करने के लिए सरस मेला सबसे प्रमुख जरिया है। मेले में महिलाओं की ओर से बनाए गए उत्पाद मातृशक्ति के परिश्रम, नवाचार के प्रतीक हैं। साथ ही एक लखपति दीदी की मांग पर ब्लाक स्तर पर आउटलेट खोलने की भी घोषणा की।
मंडवे के केक को सराहा
सीएम ने महिलाओं से वार्ता कर उनके उत्पादों की जानकारी ली। उन्होंने महिलाओं के बनाए मंडुवे के केक की सराहना की। साथ ही स्वयं सहायता समूह की ओर से निर्मित दीये खरीदकर आनलाइन माध्यम से पेमेंट भी की। सीएम ने कहा कि पीएम की ओर से स्थानीय उत्पादों को सशक्त बनाने के लिए वोकल फार लोकल का नारा दिया गया है। सरस मेला भी इस नारे को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। इस अवसर पर राज्यसभा सदस्य नरेश बंसल, विधायक खजानदास, उमेश शर्मा काऊ, आयुक्त ग्राम्य विकास धीराज गब्र्याल, डीएम सविन बंसल, सिटी मजिस्ट्रेट प्रत्यूश सिंह मुख्य रूप से मौजूद रहे।
प्रत्येक जिले में आउटलेट खोले जाएंगे
लखपति दीदी फरजाना खान ने सीएम ब्लाक स्तर पर आउटलेट खोले जाने का अनुरोध किया। जिस पर मुख्यमंत्री ने आयुक्त ग्राम्य विकास को प्रत्येक जिले में आउटलेट खोले जाने के लिए परीक्षण करवाने के निर्देश दिए।
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