- सीआरआरआई की टीम ने दो दिन तक की पुलों की क्वालिटी और सेफ्टी की जांच
- 13 को दरार और 16 दिसंबर को टूट कर गिर गई थी भोपालपानी पुल की एप्रोच रोड
देहरादून (ब्यूरो): विभागीय सूत्रों ने बताया कि टीम ने भोपालपानी के साथ ही इस रोड पर दो अन्य पुल बड़ासी और सिलवालगढ़ की भी जांच कर सीआरआरआई की टीम सैटरडे को वापस दिल्ली लौट गई है। टीम जांच के लिए पुलों के मैटेरियल समेत मिट्टी के सैैंपल कलेक्ट कर ले गई है। करीब एक हफ्ते में सीआआरआई की रिपोर्ट आने की उम्मीद है। इसके बाद ही पता चलेगा कि पुल यातायात के लिए कितने सुरक्षित हैं।
28 मीटर टूटी है भोपालपानी पुल की एप्रोच रोड
भोपालपानी पुल पर 13 दिसंबर को दरार आई थी और 15 दिसंबर की रात थानों की तरफ दायीं ओरसे एप्रोच रोड की 28 मीटर दीवार टूट कर गिर गई। पुल पर आवाजाही बंद है। पुल के नीचे सर्विस लेन से ट्रैफिक संचालित किया जा रहा है। बता दें कि इससे पूर्व बरसात में बड़ासी पुल की एप्रोच रोड धंस गई थी। रायपुर-थानो रोड चार साल में चार बार एप्रोच रोड धंसने का मामला सामने आ चुका है। बार-बार एप्रोच रोड धंसने से पुलों की सेफ्टी को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं।
इन पुलों की जांच कर ले गई सीआरआरआई टीम
पुल का नाम लंबाई चौड़ाई
भोपालपानी 210 7.50
बड़ासी 75 7.50
सिलवालगढ 90 7.50
(लंबाई-चौड़ाई मीटर में)
निर्माण कंपनी पर कोई एक्शन नहीं
भोपालपानी पुल का निर्माण 2018 में किया गया था। निर्माण के समय ही इसकी एप्रोच रोड पर धंसाव आ गया था। तब शासन ने चार इंजीनियर्स को निलंबित कर दिया था। इसके बाद जून 2021 में पुल की एप्रोच रोड पर धंसाव आ गया था, लेकिन संबंधित कंपनी पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
जल्दबाजी में बने थे पुल
इस बीच यह बात भी सामने आई है कि जब ये पुल बन रहे थे उसके कुछ दिन बाद इनवेस्टर्स समिट होना था। इसके लिए जल्दबाजी में पुलों को पूरा निर्माण होने से पूर्व ही यातायात के लिए खोला गया था। इंजीनियरों पर तब पुल खोलने को लेकर भरी दबाव भी बनाया गया था। अब इसका परिणाम सामने आ रहे हैं।
भोपालपानी के साथ ही बड़ासी और सिलवालगढ़ पुल की सुरक्षात्मक दृष्टि से सीआरआरआई से जांच कराई गई है। जांच रिपोर्ट के बाद ही भोपालपानी पुल की एप्रोच रोड का ट्रीटमेंट किया जाएगा। एक हफ्ते बाद जांच रिपोर्ट आने की उम्मीद है।
प्रवीन कुमार, ईई, एनएच डिविजन
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