देहरादून,(ब्यूरो): मानसून में हुई भारी बारिश, अतिवृष्टि, बाढ़ व भूस्खलन से सड़कें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। दून में ही नहीं प्रदेभर में सड़कों पर बड़े-बड़े गड्डे बन गए हैं, जो एक्सीडेंट का खतरा बने हुए हैं। डैमेज हुई सड़कों की मरम्मत के लिए शासन ने बजट आवंटित कर दिया है। दून की सड़कों के पैच भरने के लिए 4.70 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं, जबकि प्रदेशभर की सड़कों के पैचवर्क के लिए पहली किस्त के रूप में 40 करोड़ रुपए जारी किए गए हैं। बजट जारी होने के बाद सड़कों की मरम्मत का काम शुरू हो गया है। पीडब्ल्यूडी के अलावा पीएमजीएसवाई की सड़कों को भी भारी क्षति पहुंची है।
मेंटेनेंस के लिए बजट रिलीज
दैनिक जागरण आईनेक्स्ट मानसून के कहर से जर्जर सड़कों के दुर्दशा को लेकर गड्ढों में सड़क नाम से पिछले पांच दिन से लगातार कैंपेन चला रहा है। जिसका संज्ञान लेते हुए शासन ने 40 करोड़ कर दिए हैं। जिसमें से देहरादून जिले की सड़कों के लिए पीडब्लयूडी के 5 डिविजनों को 4.70 करोड़ रुपए प्रमुख अभियंता एवं विभागाध्यक्ष की ओर से रिलीज कर दिए गए हैं। बजट जारी होने के बाद डिविजनों को थोड़ा राहत मिली है। बताया जा रहा है कि दून की सड़कों को बारिश से करीब 30 करोड़ की क्षति पहुंची है।
बनने लगी दून की सड़कें
मानसून से जर्जर हुई दून की सड़कों की मरम्मत का काम शुरू हो गया है। पीडब्ल्यूडी के निर्माण खंड की ओर से बारिश से बुरी तरह क्षतिग्रस्त लाल पुल कारगी रोड पर ब्लैक टॉपिंग का काम शुरू कर दिया गया है। इस रोड पर काली मंदिर के पास रोड बुरी तरह उखड़ी हुई थी। यहां पर ढलान होने से कीचड़ भी जमा रहता था। ब्लैक पेंटिंग होने से रोड अब चकाचक नजर आ रही है। इसके अलावा शहर की दूसरी सड़कों पर भी पेचवर्क कार्य शुरू किया जा रहा है।
दून की सड़कों को चाहिए 30 करोड़
बाढ़ व भूस्खलन से दून की सड़कों को इस बार करीब 30 करोड़ का नुकसान पहुंचा है। दून के जौनसार बावर की कई सड़कें बाढ़ से कई जगह वासआउट हो चुकी हैं। सड़कों को टैंपररी यातायात के लिए खोलने के लिए पीडब्ल्यूडी को करीब 3 करोड़ रुपए के बजट की जरूरत बताई जा रही है। जबकि, सड़कों को पूर्व की स्थिति में लाने लिए 30 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। पीडब्ल्यूडी के अफसरों के मुताबिक पूरे प्रदेश में बारिश से सड़कों को करीब 245 करोड़ का नुकसान पहुंचा है।
जगह-जगह खुदी है सड़कें
शहर में मैन रोड से लेकर इंटरनल सड़कों को निर्माण कार्यों के लिए खोदा गया है, जिससे बरसात में सड़कों की हालत खराब हुई है। कहीं पेयजल, कहीं सीवर तो कहीं दूसरे कार्यों के लिए रोड खोदी गई। बरसात से पहले रोड दुरुस्त न किए जाने से बरसात में पूरी रोड उधड़ गई, जिससे रोड और बुरी स्थिति में पहुंच गई। शहर की एक भी सड़क ऐसी नहीं है, जिस पर सफर आसान हो।
इन सड़कों के बुरे हाल
- सहारनुपर रोड
- गांधी रोड
- भंडारी बाग
- शिमला बाईपास
- तुनवाला
- नकरोंदा रोड
- रायपुर रोड
- मोथरोवाला रोड
- बंजारावाला
15 अक्टूबर तक गड्ढामुक्त होंगी सड़कें
सड़कों को गड्ढ़ामुक्त करने के लिए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने 15 अक्टूबर की डेटलाइन दी है। सीएम के निर्देश के बाद पीडब्ल्यूडी ने तैयारी शुरू कर दी है। शहर की कुछ सड़कों को बनाने का काम शुरू हो गया है। सबसे शराब हालत में पहुंच चुकी लाल पुल-कारगी के गड्ढ़ों को भरने का काम शुरू किया गया है। इसके अलावा दूसरी सड़कों पर भी काम शुरू किया जा रहा है।
सड़कों के नुकसान पर एक नजर
-2387 सड़कें हुई हैं गढ़वाल-कुमाऊं में पीडब्ल्यूडी की डैमेज
-249.99 करोड़ रुपए चाहिए पीडब्ल्यूडी को सड़कों को पूर्व की स्थिति में लाने के लिए
564.22 करोड़ से अधिक हो चुका है अब तक प्रदेश की सड़कों को नुकसान
- 28.48 करोड़ से अधिक पहुंच चुकी है देहरादून जिले की सड़कों की क्षति
- 240.69 करोड़ की नुकसान पीएमजीएसवाई की सड़कों को हुआ है।
35.35 करोड़ की क्षति नेशनल हाईवे को हुआ है।
बारिश व भूस्खलन से सड़कों को भारी क्षति पहुंची है। सड़क के गड््ढों को भरने के लिए बजट मिल गया है। जिसे डिविजनों को भेज दिया गया है। डिविजनों ने पेचवर्क कार्य शुरू कर दिया है। सीएम के निर्देशानुसार 15 अक्टूबर तक सड़कों को गड्ढामुक्त करने के लक्ष्य को पूरा करने का प्रयास किया जाएगा।
राजेश शर्मा, चीफ इंजीनियर, पीडब्ल्यूडी, देहरादूनdehradun@inext.co.in