देहरादून (्ब्यूरो) दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने हकीकत जांचने के लिए बाकायदा, राजा रोड से इलेक्ट्रॉनिक तराजू खरीदा। जिसके बाद कुछ दिनों तक शहर के तमाम इलाकों में घर पर डिलीवरी होने वाले घरेलू सिलेंडरों को चेक किया गया। जिसकी तस्वीर आपके सामने है। अंदाजा लगाया जा सकता है कि दून में करीब 7 लाख रसोई गैैस कंज्यूमर्स हैं। ऐसे में जिस हिसाब से घरेलू सिलेंडर में गैस कम आ रही है, उससे अनुमान लगाया जा सकता है कि रोजाना कितनी गैस कम घरों या फिर व्यापारिक प्रतिष्ठानों तक पहुंच रही होगी। सवाल ये है कि आखिर ये गैस क्यों कम आ रही है और जा कहां रही है। जानकार इसको सरासर उपभोक्ताओं के साथ चीटिंग बता रहे हैं।

ऐसे लगाएं घटतौली का पता
सिलेंडर में 14.20 किलो गैस रहती है। जबकि सिलेंडर का वजन अलग-अलग होता है, जो सिलेंडर के ऊपर लिखा रहता है। सिलेंडर के वजन के साथ 14.20 किलो गैस जोड़ी जाए, तो सिलेंडर का पूरा वजन आ जाएगा। यदि टोटल वजन से वेट कम आ रहा है, तो समझो कि उसमें उतनी गैस कम है। उदाहरण के तौर पर सिलेंडर का वजन 15 किलो है, तो 14.20 किलो गैस जोड़ी जाए तो इसका वजन 29.20 किलो होगा, यदि टोटल वजन 28 किलो आ रहा है, तो इसमें 1.20 किलो गैस कम है।

1 किलो पर 58 रुपए का चूना
वर्तमान में घरेलू सिलेंडर 822 रुपए का है। यानि एक किलो गैस 58 रुपए में पड़ती है। यदि सिलेंडर में 1 किलो भी गैस कम है, तो आपको सीधे 58 रुपए का चूना लग रहा है।

यहां करें कंप्लेन
घटतौली की शिकायत को लेकर खाद्य पूर्ति विभाग की ओर से 9927955576 व्हाट्सएप नंबर जारी किया गया है। इस नंबर पर कोई भी घटतौली की शिकायत दर्ज करा सकता है।

सिलेंडर तौलकर देना जरूरी
गैस एजेंसियों को सिलेंडर डिलीवर करते समय कंज्यूमर्स को तौल कर सिलेंडर देना अनिवार्य है। जो एजेंसियां ऐसा नहीं कर रही है उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। डीएसओ केके अग्रवाल ने बताया कि इस संबंध में कंज्यूमर्स को भी जागरूक रहने की जरूरत है। कहा कि नियम का पालन न करने वाली एजेंसियों की शिकायत करें।

इस संबंध में सभी गैस एजेंसियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं। साथ ही बाट माप विभाग, कंपनियों के सेल्स ऑफिसर को भी चेकिंग व अन्य आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं। घटतौली की शिकायत गंभीरता से लेकर सख्त कार्रवाई की जाएगी
केके अग्रवाल, डीएसओ, दून

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