देहरादून (ब्यूरो) दून में लगातार पेयजल संकट साल दर साल बढ़ रहा है। खासकर गर्मी में कई इलाकों में स्थिति विकराल हो जाती है। जिसे देखते हुए जल संस्थान ने बरसात से पहले ज्यादा क्राइसिस वाले 16 स्थानों पर वाटर रिचार्जिंग पिट बनाने की योजना बनाई थी, लेकिन बरसात गुजरने वाली है, लेकिन अभी तक एक भी जगह पर योजना का काम शुरू नहीं हो पाया। जल संस्थान हर बार पानी संजोने का काम करता है, लेकिन यह पूरे नहीं हो पाते। इस बार भी यही हुआ।
ये हैं आरडब्ल्यूएच पिट के मानक
- कम से कम पिट की लंबाई व चौड़ाई एक मीटर होनी चाहिए।
- गहराई एक मीटर 80 सेंटीमीटर होनी चाहिए।
- इसमें 50 मीटर गहरा पाइप डाला जाएगा।
- इसका डाया 5 इंच का होगा।
- यहां से पानी जाएगा और वाटर रिचार्जिंग पिट काम करना शुरू कर देगा।
एमडीडीए के दावे भी फेल
सीएम के निर्देश पर जल संरक्षण की मुहिम को परवान चढ़ाने के लिए एमडीडीए ने भी साल के शुरुआत में बड़े दावे किए थे। प्राधिकरण के वीसी ने इंजीनियसर्स को बाकायदा जांच के भी निर्देश दिए थे। स्पष्ट किया था कि तमाम होटल, मॉल, ग्रुप हाउसिंग आदि में रेन वाटर हार्वेस्टिंग टैंक का प्रावधान किया गया है या नहीं, इसकी पड़ताल की जाएगी। लेकिन पड़ताल का आज तक अता-पता नहीं है। एमडीडीए प्राधिकरण के मुताबिक अथॉरिटी क्षेत्र में रेन वाटर हॉर्वेस्टिंग तो जरूरी है। लेकिन, सच्चाई इससे जुदा है। एकाध सरकारी व गैर सरकार भवनों या इमारतों को छोड़ दें तो कहीं भी इस योजना का कोई एग्जांपल तक नजर नहीं आता। जबकि, पानी का संकट गहराते वक्त, पर्यावरण दिवस के खास मौकों पर इसको लेकर बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं। प्राधिकरण के बायलॉज में मकान या मल्टी स्टोरी बिल्डिंग के नक्शे में आरडब्ल्यूएच के बिना नक्शा स्वीकृत नहीं हो पाता। लेकिन इसकी आज तक प्राधिकरण ने पड़ताल नहीं की।
23 साल में एक चालान भी नहीं
देश-दुनिया के दूसरे शहरों की तरह दून में ग्राउंड वाटर लेवल गहरा रहा है। जानकारों के मुताबिक दून के अलग-अलग इलाकों में ग्राउंड वाटर लेवल 60 से लेकर 150 मीटर तक चला गया है। जिससे समर सीजन में लोगों को पानी के लिए खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पानी का ग्राउंड वाटर लेवल बना रहे, इसके लिए रेन वाटर हॉर्वेस्टिंग पर जोर दिया जा रहा है। एमडीडीए ने नक्शा पास करने से पहले अपने बायलॉज में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम अनिवार्य किया है।
स्मार्ट सिटी के रेन वाटर हार्वेस्टिंग प्रोजेक्ट
-परेड ग्राउंड में 2200 केएलडी यानि 22 लाख लीटर का टैंक बनकर तैयार।
-इस रेन वाटर हार्वेस्टिंग टैंक में स्टोर हो रहा पानी।
-परेड ग्राउंड स्थित दून लाइब्रेरी में भी करीब 20 केएल का टैंक अस्तित्व में।
-पूरे रूफ का पानी टैंक में हो रहा है स्टोर।-परेड ग्राउंड के पास ही फुटपाथ पर बनाए गए हैं 3 रिचॉर्ज पिट।
-ये तीनों रिचॉर्ज पिट करीब साढ़े तीन मीटर गहरे, आपस में इंटरकनेक्ट।
-रोडवेज वर्कशॉप में बन रही ग्रीन बिल्डिंग में भी रेन वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था।
-इस बिल्डिंग की 6500 स्क्वा।मी। छत का पानी टैंक में होगा स्टोर।
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