देहरादून (ब्यूरो)। मंडे को दून में आंशिक रूप से बादल छाये रहे। इससे टेंपरेचर में कुछ कमी दर्ज की गई। मैक्सिमम टेंपरेचर 35.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो नॉर्मल से 1 डिग्री सेल्सियस ज्यादा है। कुछ समय पहले दून में मैक्सिमम टेंपरेचर नॉर्मल से 5 से 7 डिग्री तक ज्यादा दर्ज किया गया था। हालांकि मिनिमम टेंपरेचर के कुछ बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। मिनिमम टेंपरेचर नॉर्मल से 3 डिग्री ज्यादा 22.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।

ओले और तेज बौछारों का यलो अलर्ट
मौसम विभाग ने ट्यूजडे का राज्य उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली और पिथौरागढ़ जिलों में कहीं-कहीं गर्जन के साथ ओले गिरने, बिजली चमकने और 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से झोंकेदार हवाएं चलने का यलो अलर्ट जारी किया है। राज्य के अन्य जिलों में भी कहीं कहीं तेज हवाओं के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।

दून में शाम को तेज हवाएं
दिनभर बादल छाये रहने के बाद दून में मंडे शाम को बिजली की चमक के साथ तेज हवाएं चली। कुछ जगहों पर हल्की बूंदाबांदी भी हुई। इससे गर्मी से कुछ राहत महसूस की गई। हालांकि तेज हवाओं के कारण सिटी में कुछ जगहों पर बिजली गुल होने की समस्या भी सामने आई। ट्यूजडे को भी दून में आंशिक रूप से बादल छाये रहने और शाम को गरजने वाले बादल विकसित होने के साथ झोंकेदार हवाएं चलने और हल्की बूंदाबांदी की संभावना जताई है।

दून को बारिश का इंतजार
मौसम बदलने के साथ ही दूनाइट्स को अब अच्छी बारिश का इंतजार है। मार्च से लेकर अब तक दून में सिर्फ दो या तीन बार हल्की बारिश की दर्ज की गई। एक मार्च के बाद से दून में अब तक सिर्फ 7.3 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जबकि सामान्य तौर पर इस दौरान 90.2 मिमी बारिश होनी चाहिए थी। यानी कि अब तक नॉर्मल से 92 परसेंट कम बारिश दून में दर्ज की गई है।

पौड़ी, अल्मोड़ा को मिली बारिश
पिछले कुछ दिनों में पौड़ी और अल्मोड़ा जिलों को भी मामूली बारिश मिली है। एक हफ्ते पहले तक राज्य के तीन जिलों पौड़ी, अल्मोड़ा और हरिद्वार को बिल्कुल भी बारिश नहीं मिली थी। 1 मार्च से 3 मई तक इन तीनों जिलों में 100 परसेंट कम बारिश दर्ज की गई थी। पिछले हफ्ते मौसम में आये बदलाव के बाद अल्मोड़ा में 22.6 मिमी और पौड़ी में 5.2 मिमी बारिश दर्ज की गई। हरिद्वार जिले अब भी बारिश नहीं हुई है। राज्य में अब तक एवरेज 26.2 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि सामान्य रूप से 104 मिमी बारिश होनी चाहिए थी। यानी कि पर्वतीय क्षेत्रों में पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश के बावजूद राज्य में अब तक नॉर्मल से 75 परसेंट कम बारिश हुई है।