देहरादून (ब्यूरो) ईवी ओनर्स खुद ही व्हीकल चार्जिंग की व्यवस्था कर रहे हैं। स्मार्ट सिटी ने अपनी 30 ई-बसों के लिए ट्रांसपोर्टनगर में चार्जिंग प्वाइंट बनाया है। इसके साथ ही ईवी शोरूम ओनर चार्जिंग प्वांइट की अपने स्तर से व्यवस्था करा रहे हैैं।ई कार ओनर भी अपने वाहनों को चार्ज करने के लिए अपने घरों में ही चार्जिंग प्वाइंट तैयार करवा रहे हैैं।
रजिस्टर्ड ई व्हीकल्स
कार - 2135
स्कूटर - 3250
रिक्शा - 6678
बस - 32
मैक्सी - 278
अदर - 3105
टूरिस्ट सीजन में होगी दिक्कत
टूरिस्ट सीजन के दौरान अधिकतर टूरिस्ट इलेक्ट्रिक व्हीकल लेकर पहुंचते हैैं। ऐसे में इन वाहनों को चार्ज करने के लिए पैसेंजर्स को दिक्कत झेलनी पड़ती है। बीते साल आरटीओ की ओर से इलेक्ट्रिक चार्जिंग प्वाइंट्स तैयार करने का दावा किया गया था, लेकिन अभी तक अचीवमेंच शून्य है।
कैबिनेट की मिल चुकी मंजूरी
इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने और उनके लिए पर्याप्त चार्जिंग प्वाइंट सुनिश्चित करने के लिए कैबिनेट ने पहले ही भवन निर्माण और विकास उपनियम, विनियम, 2011 में संशोधन करने के प्रस्ताव को मार्च 2023 में मंजूरी दी है। कहा गया था कि सिंगल रेजिडेंशियल भवनों को छोड़ सभी नॉन रेजिडेंशियल भवनों जैसे ग्रुप हाउसिंग, होटल, मल्टीप्लेक्स, लॉज और 1,500 वर्ग मीटर में फैली ऐसी अन्य इमारतों को इलेक्ट्रिक वाहनों को चार्ज करने के लिए बुनियादी ढांचा बनाना होगा।
375 कनेक्टर्स की जरूरत
दून में वर्तमान में 15 हजार से ज्यादा इलेक्ट्रिक व्हीकल रजिस्टर्ड हो चुके हैं। कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री की रिसर्च के मुताबिक 40 ईवी वाहनों पर एक चार्जिंग कनेक्टर होना जरूरी है। इसमें भी एक चार्जिंग स्टेशन पर कम से कम 6 कनेक्टर्स होने चाहिए। ऐसे में 15 हजार वाहनों के लिए देहरादून में 375 कनेक्टर्स की जरूरत है।
फिलिंग स्टेशंस में नहीं बने प्वाइंट्स
दून में पायलट प्रोजेक्ट के तहत 8 से 10 पेट्रोल पंप्स में ईवी चार्जिंग प्वाइंट लगाने की योजना बनाई गई थी। ताकि, वाहन चालकों को राहत मिल सके। यह प्रोजेक्ट भी फाइलों में गुम हो गया।
dehradun@inext.co.in