देहरादून(ब्यूरो) थर्सडे को अधीक्षण अभियंता राजीव सैनी ने योजना का ग्राउंड इंस्पेक्शन कर क्षेत्रवासियों से बात की। जांच में पाया गया कि शिकायतें सही हैं। उन्होंने जल संस्थान पित्थूवाला के सहायक अभियंता विनोद पांडे को निर्देश दिए कि 10 दिनों के अंदर योजना को दुरुस्त करें। पूर्व उप प्रधान गीता बिष्ट ने अधीक्षण अभियंता को बताया कि पानी की गुणवत्ता को बरकरार रखने के लिए पंप में क्लोरीन डोजर तक नहीं लगाया गया। अधीक्षण अभियंता ने सभी शिकायतों के निस्तारण का आश्वासन दिया है।

पानी की टेस्टिंग भी नहीं कराई गई
खास बात यह है कि योजना पूरी होने के बाद पानी की टेङ्क्षस्टग भी नहीं की गई और आपूर्ति शुरू कर दी गई। आरोप है कि पंप की मोटर के बिजली केबल को भूमिगत कर दिया गया है, जिससे हादसे का खतरा बना हुआ है। पेयजल पंप के चारों ओर सुरक्षा फेंङ्क्षसग करने की बजाय पास में स्थित विद्युत पोल पर फेंङ्क्षसग कर दी गई।
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