देहरादून(ब्यूरो)। स्वच्छ सर्वे के तहत नगर निगम प्रशासन ने राजधानी को रैंकिंग में लाने के लिए सिटी के तमाम इलाकों में करीब 200 से अधिक दो कलर के डस्टबिन स्थापित किए थे। वजह थी कि कूड़ा घरों के आगे, सड़कों व गली-मोहल्लों पर कोई भी ऐसे ही न फेंक दे। वर्ष 2021 में इसकी शुरुआत हुई। लेकिन, कुछ समय बीत जाने के बाद अब इन ग्रीन व ब्ल्यू कलर के डस्टबिन को लोगों ने उखाड़ना ही शुरू कर दिया है। कुछ डस्टबिन कहां गए, निगम को इसकी भनक तक नहीं लगी। निगम के अधिकारियों की मानें तो ये डस्टबिन उन लोगों ने उखाड़ कर कबाड़ में दे दिए, जो लोग अपने घरों के आगे या गली-मोहल्लों में इनको स्थापित ही नहीं करना चाहते हैं। इसीलिए उन्होंने डस्टबिन के ग्रीन व ब्ल्यू डब्बों को कबाड़¸ में दे दिया।
20 डस्टबिन हो चुके गायब
निगम के मुताबिक अब तक निगम प्रशासन को करीब 20 डस्टबिन की सूचना है कि उनके डस्टबिन गायब हैं। इस बावत पुलिस में अज्ञात के खिलाफ केस भी दर्ज किया गया है। जिस पर निगम को भरोसा है कि पुलिस जांच में ऐसे लोगों को जरूरत पकड़ेगी। बाकायदा, इसके लिए सीसीटीवी की भी मदद ली जा रही है। कूड़े के लिए स्थापित किए गए कूड़ेदानों में करीब 3-4 एनजीओ ने भी मदद की थी। निगम प्रशासन इसको लेकर काफी मायूस है। निगम के अधिकारियों का कहना है कि भविष्य में इस प्रकार डस्टबिन को उखाड़ने व चोरी करने की घटनाएं सामने आएंगी तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।