बच्चों में मिल रहे फ्लू, निमोनिया, डायरिया, वायरल के सिंप्टम्स
- हॉस्पिटल्स में बढ़ी पेशेंट्स की संख्या, डॉक्टर दे रहे सावधानी की सलाह

देहरादून, 15 अप्रैल (ब्यूरो)।
दून के सरकारी हॉस्पिटल समेत प्राइवेट हॉस्पिटल में इन दिनों निमोनिया, वायरल, डायरिया, इन्फ्लूएंजा के पेशेंट बढ़ते जा रहे हैं। कई हॉस्पिटल में इन दिनों बेड तक फुल हो रहे हैं। ऐसे में बच्चों का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। डॉक्टर्स के अनुसार बच्चे को किसी भी तरह की परेशानी होने पर उसे स्कूल न भेजें व डॉक्टर को जरूर दिखायें, जिससे परेशानी ज्यादा न बढ़े। दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल से लेकर एसएमआई हॉस्पिटल में बच्चे ज्यादा भर्ती हो रहे हैं।

7 दिन बुखार, आईसीयू में बच्ची
एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती डेढ़ साल की बच्ची को सात दिन पहले तेज बुखार की शिकायत थी। इसके बाद भी कई डॉक्टर्स की सलाह लेने के बाद बच्ची का बुखार नहीं उतर रहा था। ऐसे में पैरेंट्स बच्ची को लेकर एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल में भटकते रहे। लेकिन, शुक्रवार को बच्ची को निमोनिया की शिकायत हुई और उसे सांस लेने में तकलीफ होने लगी तो पैरेंट्स बच्ची को लेकर पटेलनगर स्थित हॉस्पिटल पहुंचे, जहां उसे आईसीयू में भर्ती कराया गया। फिलहाल बच्ची का इलाज चल रहा है। बच्ची की कोरोना की जांच करायी गई है, फिलहाल रिपोर्ट नहीं मिली हैं।

ये हो रही परेशानी
इन्फ्लूएंजा
खांसी -जुकाम
बुखार
वायरल इंफेक्शन
डायरिया
निमोनिया
कोविड

ऐसे रखें बच्चों का ध्यान
- बच्चों को जुकाम-खांसी की शिकायत होने पर कराये जांच।
- कहीं से भी घर लौटने पर बच्चों को छूने से पहले हाथ अवश्य धोएं।
- बुखार की शिकायत होने पर उन्हें स्कूल न भेजें।
- मास्क लगाने के साथ सोशल डिस्टेंसिंग का अवश्य पालन करें।
- बच्चों को हेल्दी फूड दें, बाहर का खाना कम दें।

बढ़ रही ओपीडी
दून हॉस्पिटल से लेकर प्राइवेट हॉस्पिटल में इन दिनों ओपीडी बढ़ गई है। इन दिनों पीडियाट्रिक ओपीडी में रोजाना 135 से 150 बच्चे पहुंच रहे हैं। यहीं नहीं आईपीडी में भी सामान्य बेड 48 बेड जबकि पीआईसीयू में 20 बेड में से 18 फुल हैं।

इन दिनों मौसम बदलने के साथ-साथ डायरिया के पेशेंट भी बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में पैरेन्ट्स को चाहिए कि वे बच्चों को हेल्दी फूड दें। वायरल इंफेक्शन हो तो स्कूल न भेजें।
:- डॉ अशोक कुमार, एसोसिएट प्रोफेसर, दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल

इन दिनों इंफ्लूएंजा व निमोनिया से परेशान बच्चे हॉस्पिटल में भर्ती हो रहे हैं। ऐसे में बच्चों को बचाव के लिए उन्हें वैक्सीन अवश्य लगवायें, जिससे उन्हें इंफेक्शन से बचाया जा सके।
डॉ। विशाल कौशिक, एसोसिएट फोफेसर, एसएमआई हॉस्पिटल