देहरादून (ब्यूरो) बारिश के मौसम में जहां राज्य में बिजली की डेली डिमांड 45 मिलियन यूनिट के लगभग है। वहीं, प्रदेश का जल विद्युत उत्पादन भी रोजाना औसतन 24 मिलियन यूनिट के लगभग हो रहा है। इसके अलावा केंद्र से भी उत्तराखंड को अंश के रूप में करीब 20 मिलियन यूनिट बिजली मिल रही है। मांग के सापेक्ष कम पड़ रही तीन से चार मिलियन यूनिट बिजली की खरीद रियल टाइम मार्केट से की जा रही है। ऊर्जा निगम का दावा है कि प्रदेश में पर्याप्त विद्युत उपलब्धता के चलते कटौती नहीं की जा रही है और आपूर्ति सामान्य चल रही है।

परियोजनाएं बना रहीं रिकॉर्ड बिजली
उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक डा। संदीप ङ्क्षसघल ने बताया कि निगम की जल विद्युत परियोजनाओं से बीते 13 अगस्त को ही 25.9788 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन किया गया, जो कि निगम की स्थापना के बाद से अब तक अगस्त में किसी भी एक दिन का सर्वाधिक विद्युत उत्पादन है। उन्होंने बताया कि निगम की परियोजनाओं का इससे पूर्व का किसी भी एक दिन का सर्वाधिक विद्युत उत्पादन 25.963 मिलियन यूनिट था जो कि पांच अगस्त 2023 को किया गया था।

यमुना-टौंस का जलस्तर थोड़ा कम
यूजेवीएन लिमिटेड के एमडी संदीप सिंघल ने बताया कि इस वर्ष जहां कुछ परियोजनाओं के जल संग्रहण क्षेत्रों में अतिवृष्टि की स्थिति रही, वहीं यमुना और टौंस का जलस्तर गत वर्ष की तुलना में क्रमश: लगभग 38 प्रतिशत एवं 20 प्रतिशत कम रहा। विपरीत परिस्थितियों में भी विद्युत उत्पादन बढऩे पर यूजेवीएनएल ने अपनी पीठ थपथपाते हुए इसे अपनी उपलब्धि बताया। उन्होंने इसका श्रेय कुशल प्रबंधन और कार्मिकों की परिश्रम को दिया।

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