देहरादून ब्यूरो: बिजली उपभोक्ताओं के लिए अच्छी खबर है। लगातार हो रही झमाझम बारिश से नदियों का जल स्तर काफी ऊपर उठ गया है। इस वजह से बिजली उत्पादन में भी रोजाना बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है। पिछले एक सप्ताह में करीब 5 मिलियन यूनिट तक बिजली जेनरेशन बढ़ गया है। पावर प्रोडक्शन बढऩे से प्रदेश के उपभोक्ताओं को पावर कट का सामना नहीं करना पड़ेगा। पिछले एक सप्ताह से लगातार बिजली उत्पादन में बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है। उत्तराखंड जल विद्युत निगम की परियोजनाएं पिछले 15 दिन में करीब 341 मिलियन यूनिट बिजली उत्पादित की है। जबकि पिछले जून माह के 15 का बिजली उत्पादन 279 एमयू था। अप्रैल से अब तक 1795 मिलियन यूनिट बिजली उत्पादित की जा चुकी है।

पिछले एक सप्ताह के बिजली उत्पादन पर एक नजर
18 जुलाई 21.16
17 जुलाई 20.30
16 जुलाई 18.78
15 जुलाई 16.91
14 जुलाई 20.00
13 जुलाई 18.36
12 जुलाई 18.65
11 जुलाई 16.53
(मिलियन यूनिट में)

प्रोडक्शन बढ़ा, बिजली डिमांट घटी
लगातार हो रही बारिश से तापमान गिर गया है। इससे बिजली की खपत 4 से 5 मिलियन यूनिट तक घट गई है। इधर बारिश से यूजेवीएन लिमिट की जल विद्युत परियोजनाओं से अधिक बिजली उत्पादन हो रहा है। बिजली की डिमांड 52 मिलियन यूनिट तक पहुंच गई थी, जो अब घटकर 46 मिलियन यूनिट तक आ गई है। बुधवार को 2.7 एमयू बिजली खरीदी गई थी, जबकि वीरवार को महज 0.62 एमयू बिजली एक्सचेंज एनर्जी से क्रय कर डिमांड पूरी की जाएगी।

बिजली की डिमांड और खपत हुई बराबर
राज्य में इस समय बिजली की डिमांड और खपत में ज्यादा अंतर नहीं रह गया है। डिमांड और खपत लगभग बराबर आ गई है। बुधवार को राज्य की बिजली मांग 46.24 मिलियन यूनिट के मुकाबले सेंट्रल पूल से मिलाकर 45.62 मिलियन यूनिट बिजली की उपलब्धता रही। जानकारों की मानें तो यदि नदियों में बाढ़ नहीं आई, तो अगले दो-तीन दिन में बिजली उत्पादन के और बढऩे की उम्मीद है। बताया जा रहा है कि इसके बाद बिजली मांग को पूरा करने के लिए लगातार क्रय की जा रही बिजली को ऊर्जा निगम द्वारा नहीं खरीदनी पड़ेगी।


राज्य में लगातार हो रही बारिश की वजह से जलाशयों में अधिक पानी आ गया है। इस समय सभी पावर प्रोजेक्ट पूरी क्षमता के साथ चल रहे हैं। पिछले माह की अपेक्षा जुलाई में करीब 100 एमयू अधिक बिजली उत्पादन का अनुमान है।
संदीप सिंघल, एमडी, यूजेवीएन लिमिटेड, उत्तराखंड