कोरोना सस्पेक्टेड के लिए नहीं हॉस्पिटल में कोई व्यवस्था
लिफ्ट खराब, कनवेंस की पॉब्लम, टॉयलेट के शीशे भी टूटे
देहरादून। देहरादून के दीन दयाल उपाध्याय कोरोनेशन हॉस्पिटल में लापरवाही का कोरोना फैला गया है। यहां पर असुविधा के कारण लोगों को दिक्कत झेलनी पड़ रही है। जैसे-तैसे पेंशेट्स यहां पर पहुंचते हैं। लेकिन, यहां पर पहुंचने के बाद भी लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है।
हॉस्पिटल की लिफ्ट खराब
हॉस्पिटल की लिफ्ट कई दिनों से खराब है। इसके कारण दिव्यांग पेशेंट्स सीढि़यां का इस्तेमाल करना पड़ रहा है। कई मरीज ऐसे भी है जो दिव्यांग है और लिफ्ट न होने के कारण सहारा लेकर ऊपर चढ़ने को मजबुर है।
नहीं है कनवेंस की सुविधा
कोरोनेशन हॉस्पिटल पहुंचने के लिए लोगों को मुख्य मार्ग से ऑटो करना पड़ता है। बस और विक्रम न चलने के कारण लोगों को कई गुना ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ते हैं।
तीन दिन से नहीं हुआ इलाज
हॉस्पिटल में पिछले तीन दिन से एक महिला चक्कर काट रही है। महिला को हड्डी का डॉक्टर नहीं मिल पा रहा था। डॉक्टर छुट्टी पर हैं। महिला कंडोली से रोज 100 रुपये खर्च करके हॉस्पिटल पहुंच रही है। महिला का कहना है कि उसे नहीं पता उन्हें हड्डी वाले डॉक्टर कब हॉस्पिटल आएंगे।
फोर्टिस की लिफ्ट का सहारा
हॉस्पिटल के दूसरे फ्लोर में फोर्टिस का हार्ट केयर सेंटर है। फोर्टिस के लिए यहां एक लिफ्ट बुक है। कई बार कोरोनेशन के मरीज भी इस लिफ्ट का इस्तेमाल कर रहे हैं।
यह भी है पेरशानी
कोरोनेशन हॉस्पिटल में आईसीयू की सुविधा नहीं है। पेशेंट को अगर आईसीयू की जरूरत होती है तो उसे बाहर के हॉस्पिटल रेफर किया जाता है। यहां पर बर्न वार्ड की अलग यूनिट नहीं है। इससे भी कई बार मरीजों को दिक्कत होती है।
महिला टॉयलेट के शीशे टूटे
बर्न यूनिट के महिला टॉयलेट के शीशे टूटे हुए हैं। इसकी खिड़की बाहर की ओर है। इससे महिलाओं को परेशानी होती है, लेकिन हॉस्पिटल मैनेजमेंट का इस तरफ ध्यान नहीं है।
गांधी शताब्दी में भी असुविधा
डालनवाला स्थित गांधी शताब्दी हॉस्पिटल के थर्ड और फोर्थ फ्लोर में महिला हॉस्पिटल है। यहां भी एक लिफ्ट पिछले 15 दिनों से खराब है। इसके कारण यहां पर भर्ती महिलाओं और उनके परिजनों को सीढि़यों से चढ़ना पड़ रहा है।
बार-बार इस्तेमाल किये जाने से लिफ्ट खराब होती ही है। जल्दी लिफ्ट ठीक करवा दी जाएगी।
डॉ। प्रवीन पंवार
अधीक्षक गांधी शताब्दी हॉस्पिटल