-उगने लगी झाडि़यां, उखड़ने लगे कीमती टायल्स, दीवारों से रिस रहा पानी
-मेन सड़क से लेकर स्टेडियम के मेन गेट तक शाम ढलते ही स्टंटबाजी व शराबियों का अड्डा
देहरादून, करीब 237.20 करोड़ रुपए की लागत से तैयार रायपुर में स्थित राजीव गांधी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम बदहाल होने लगा है। ग्राउंड में घास उग आई है। एंट्री गेट्स पर घास का ढेर सड़ रहा है। स्टेडियम की इमारत में क्रेक्स आसानी से देखे जा सकते हैं। दीवारों पर बरसात का पानी टपक रहा है। स्टेडियम के बाहर लगे महंगे टायल्स उखड़ रहे हैं। स्टेडियम के बाहर कैंपस के पूरी तरह घास उग आई है। हालात ये हैं कि स्टेडियम की सिक्योरिटी के लिए तैनात कर्मियों को पिछले तीन माह से सैलरी तक नहीं मिल पाई है।
सिक्योरिटी एजेंसी पेमेंट रुका
6 दिसंबर 2016 को जिस वक्त तत्कालीन सीएम हरीश रावत ने स्टेडियम का लोकार्पण किया था तो उम्मीद थी कि स्टेडियम दून सहित पूरे राज्य के लिए विरासत साबित होगा। न केवल राज्य के खिलाडि़यों को प्रोत्साहन मिलेगा, बल्कि नेशनल व इंटरनेशनल मैच भी आयोजित होंगे। लेकिन, वर्तमान में स्टेडियम बदहाली का शिकार है। पिच की सही ढंग से ही देखभाल नहीं हो पा रही है। सूत्रों की मानें तो सिक्योरिटी गार्ड्स को तीन माह से सैलरी नहीं मिल पाई है। सूत्र बताते हैं कि सिक्योरिटी गार्ड्स ने कुछ दिनों का अल्टीमेटम दिया है। सिक्योरिटी गार्ड कंपनी ट्रिग के पदाधिकारी नीरज ने दिल्ली से फोन पर बताया कि करीब 20 लाख रुपए की रकम (डायलल) देहरादून इंटीग्रेटेड एरीना लिमिटेड की ओर से भुगतान होना बाकी है। जिसके लिए कंपनी को समय दिया गया है। जबकि इधर, डायल के एडमिन इंचार्ज पंकज भट्ट ने बताया कि सर्विस प्रोवाइड करने वाली कंपनियों को सारा भुगतान कराया जा चुका है। ट्रिग कंपनी अपने कर्मचारियों को भुगतान क्यों नहीं कर रहा है, इसकी जानकारी उनके पास ही होगी।
सर्विस प्रोवाइडर्स का पेमेंट नहीं
सूत्रों की माने तो डायल की ओर से स्टेडियम की सफाई का जिम्मा संभाल रही एजेंसी की करीब 60 लाख के अलावा नर्सरी की जिम्मेदारी संभालने वाली एजेंसी का भी करीब 8 लाख रुपए का भुगतान होना बाकी है। जिस कारण स्टेडियम में सर्विस प्रोवाइडर कंपनी सर्विस मुहैया नहीं कर पा रहे हैं और स्टेडियम बदहाल स्थिति में है।
स्टेडियम के बारे में
-रायपुर में स्थित है उत्तराखंड को पहला इंटरनेशनल क्रिकेट ग्राउंड।
-अफगान व बांग्लादेश के बीच हुए स्टेडियम में इंटरनेशन मैचेज की शुरुआत।
-पहला मैच तीन जून को, दूसरा पांच, तीसरा सात जून 2018 को खेला गया।
-स्टेडियम में करीब 25 हजार लोगों के बैठ सकने की क्षमता।
-स्टेडियम निर्माण की कुल लागत आंकी गई 237.20 करोड़ रुपए।
-स्टेडियम इंटरनेशनल लेवल यानि आईसीसी स्तर के मानकों के मुताबिक।
-मुख्य पिच के साथ ही बैटिंग प्रैक्टिस व गेंदबाजी की प्रैक्टिस के लिए भी स्टेडियम में पांच नेट पिच।
-23 एकड़ जमीन पर तैयार किया गया रायपुर स्थित स्टेडियम।
-स्टेडियम का मैदान दो छोर के साथ यानि पहला पवेलियन छोर और दूसरा दक्षिणी छोर।
-आईसीसी के मुताबिक लॉकर, अंपायर रूम, जिम, टीवी रेडियो कमेंटरी रूम, मीडिया रूम, ब्रॉडकास्टिंग स्टूडियो, एंटी करप्शन ऑफिस, एक्सिस कंट्रोल सिस्टम, दो एचडी स्क्रीन की व्यवस्था।
इस वर्ष हुए मैच
-स्टेडियम में इस वर्ष पहला 17 से 21 मार्च तक पहले इंटरनेशनल क्रिकेट मैच खेला गया।
-अफगान व आयरलैंड के बीच खेला गया टेस्ट मैच।
-स्टेडियम को अफगान की टीम ने बनाया था अपना होम ग्राउंड।
-दोनों देशों की टीमों के बीच तीन टी 20 मैच 23, 24 व 26 फरवरी को खेले गए।
-जबकि दोनों कंट्रीज के बीच पांच ओडीआई मैचेज 2 मार्च से लेकर 12 मार्च तक खेले गए।
-पहला वनडे 2, दूसरो 4, तीसरा 7, चौथा 9 व पांचवां 12 मार्च को खेला गया।
यहां बने हैं वर्ल्ड रिकॉर्ड
इस वर्ष फरवरी व मार्च महीने में हुए इंटरनेशनल मैचों में कई रिकॉर्ड बने। 23 फरवरी को हुए टी-20 मैच में अफगान ने टी20 में सबसे ज्यादा 278 रन बनाए। जबकि इससे पहले यह रिकॉर्ड आस्ट्रेलिया के नाम 263 था। इसी प्रकार से अफगान के हजरतुल्लाह अपने देश के पहले व दुनिया के दूसरे बल्लेबाज थे, जिन्होंने 62 गेंदों पर 162 रन, जिसमें 11 चौके व 16 छक्के शामिल रहे। हजरतुल्लाह ने एक पारी में टी-20 में सबसे ज्यादा 16 छक्के मारने का भी ि1रकॉर्ड अपने नाम किया।
खेल मंत्री स्टेडियम में करते हैं जिम
सूत्रों की मानें तो खेल मंत्री भी यहां समय मिलने पर स्टेडियम के जिम में पहुंच जाते हैं। रेगुलर नहीं, लेकिन मौके मिलने पर सुबह या शाम के वक्त वे फिटनेस के लिए पहुंचते हैं। कुछ घंटे जिम के बाद वे वापस लौट आते हैं।
शराबियों का अड्डा
मेन सड़क से स्टेडियम जाने वाले करीब आधे किलोमीटर के दायरे में स्टंट बाइकर्स व शराबियों का अड्डा बना हुआ है। यहां शाम ढलते ही स्टेडियम के लिए जाने व आने वाले सड़क के बीचोंबीच शराब पीते हैं। यहां पड़ी शराब की खाली बोतलें इसकी गवाही दे रही हैं।
रेस्टारेंट के लिए 100 रुपए का पास
स्टेडियम कैंपस के एक हिस्से में डायल की ओर से रेस्टोरेंट संचालित किया जा रहा है। जहां एंट्री के लिए मेन गेट पर 100 रुपए फीस लेने के बाद ही परमिशन दी जाती है।