देहरादून ब्यूरो। ऑपरेशन मुक्ति अभियान के तहत देहरादून पुलिस द्वारा चलाये जा रहे अभियान के तहत जिन 263 बच्चों के पहले 15 दिनों में रेस्क्यू किया गया उनमें 60 बच्चे ऐसे हैं, जो पहले स्कूल जाते थे, लेकिन बाद में भीख मांगने या कूड़ा बीनने जैसे काम करने के लिए उन्होंने स्कूल से ड्रॉपआउट कर दिया था। इसके अलावा पुलिस ने 203 नये बच्चों को भी तलाश किया, जो कूड़ा बीनने और भीख मांगने के काम में लगे हुए हैं और कभी स्कूल नहीं गये।

पहले रेस्क्यू किये गये 232 जा रहे स्कूल
पुलिस के अनुसार पुलिस समय-समय पर दून में इस तरह के अभियान चलाती रही है। इससे पहले भी कई बच्चों को कूड़ा बीनने और भीख मांगने जैसे कामों से हटाकर स्कूल में भर्ती किया गया था। इस बार पुलिस ने ऑपरेशन मुक्ति अभियान के तहत पिछले वर्षों में स्कूल में भर्ती करवाये गये बच्चों के बारे में भी जानकारी ली। पिछले वर्षों में पुलिस ने इस तरह के 292 बच्चों को स्कूलों में भर्ती करवाया था। इनमें से 232 बच्चे नियमित रूप से स्कूल जा रहे हैं, जबकि 60 बच्चों ने स्कूल जाना छोड़ दिया है। पुलिस ने इस ड्रॉपआउट करने वाले 60 बच्चों को भी तलाश कर उन्हें समझा-बुझाकर और काउंसिलिंग करवाकर फिर से स्कूल भेज दिया है।

30 तक चलेगा अभियान
पुलिस के ऑपरेशन मुक्ति अभियान दूसरा चरण पहली अप्रैल से शुरू हुआ था और 30 अप्रैल तक चलेगा। इस अभियान के दौरान चिन्हित किये गये बच्चों के स्कूल में दाखिले की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके तहत जिले के विभिन्न स्कूलों में अब तक 203 बच्चों के दाखिले कराएं गए हैं।

एक कदम शिक्षा की ओर
एसएसपी दिलीप कुंवर के अनुसार ऑपरेशन मुक्ति अभियान का उद्देश्य शिक्षा से वंचित हर बच्चे को शिक्षा का अधिकार दिला कर उसे शिक्षित बनाना है। इस मुहिम को सफल बनाने के लिए देहरादून पुलिस द्वारा एनजीओ और सामाजिक संस्थाओं के साथ मिलकर कूड़ा बीनते और भीख मांगने वाले बच्चों को रेस्क्यू कर उनका स्कूल में दाखिला कराया जा रहा है। इस मुहिम की थीम भिक्षा नहीं शिक्षा दें को आगे बढ़ाने के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही है। निर्धन बच्चों को आम लोगों के सहयोग जरूरत की चीजें में उपलब्ध करवाई जा रही हैं।

कुछ तथ्य
292 बच्चों को पिछले वर्ष ऑपरेशन मुक्ति के तहत रेस्क्यू कर स्कूल में भर्ती किया गया था।
232 बच्चे अब भी नियमित रूप से स्कूल जा रहे हैं।
60 बच्चों के कर दिया था ड्रॉपआउट था। इन बच्चों को फिर से स्कूल भेजा गया है।
203 नये बच्चों को भी रेस्क्यू कर स्कूल में दाखिल किया गया।
1 अप्रैल से शुरू हुआ था पुलिस का ऑपरेशन मुक्ति अभियान का सेंकेंड फेज।
30 अप्रैल तक चलाया जाएगा अभियान।