सैटरडे को दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने 'जंगल में मंगल' शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। खबर के जरिए पुलिस व प्रशासन को बताने की कोशिश की थी कि महाराणा स्पोट्र्स कॉलेज से लेकर उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के बीच करीब 500 मीटर के दायरे में पिछले लंबे समय से जिस्मफरोशी का नया डेस्टीनेशन तैयार हो रहा है। यहां से गुजरने वाले राहगीरों की वाहन यहां पर रुक जाते हैं। जहां इशारों-इशारों में बात होकर खुले आम सड़क पर भी मोल-भाव शुरू हो जाता है। और इस खेल के लिए झाडिय़ों का सहारा लिया जाता है। पुलिस के पास इलाकेवासियों की पहले भी शिकायतें पहुंची हैं।

पुलिस ने की छापेमारी, नहीं चढ़ा कोई हत्थे
सैटरडे को खबर प्रकाशित होते ही पुलिस महकमा भी हरकत में आ गया। एसओ रायपुर अमरजीत रावत ने माना है कि इस इलाके की पहले भी शिकायतें सामने आती रही हैं। दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट में खबर प्रकाशित होने के बाद सैटरडे को पुलिस ने इलाके का निरीक्षण किया। बताया जा रहा है कि जिस वक्त पुलिस ने मौका का मुआयना किया, उस वक्त इलाके से पुलिस के हत्थे कोई नहीं चढ़ा। लेकिन, अब पुलिस सिविल ड्रैस में रोजाना क्षेत्र में गश्त करने की तैयारी कर रही है। डीआईजी/एसएसपी जन्मेजय खंडूडी पहले ही कह चुके हैं कि इस गतिविधियां को रोकने के लिए पुलिस चैकिंग अभियान चलाएगी और दोषी पिम्प्स सबसे पहले टारगेट पर रहेंगे।


अब पुलिस के टारगेट पर सहस्रधारा रोड
डीजे आई नेक्स्ट में खबर प्रकाशित होने के बाद पुलिस इलाके में सतर्क हो गई है। एसओ रायपुर का कहना है कि पुलिस को सूचना मिली है कि सहस्रधारा के एक इलाके में भी इस प्रकार की गतिविधियां संचालित होने की शिकायतें आ रही है। जहां छापेमारी की तैयारी की जा रही है। सूत्रों के अनुसार पुलिस ऐसे इलाकों की सूची तैयारी कर रही है, जहां इस प्रकार की एक्टिविटीज संचालित हो रही हैं।