-सीएम को पीएम ने भेजा पत्र, कहा-रसीले व दिव्य मौसमी फल है काफल
-सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भिजवाए थे काफल, पीएम ने भेजा धन्यवाद पत्र
देहरादून, 6 जुलाई (ब्यूरो)।
पीएम ने कहा कि जहां औषधीय गुणों से युक्त कंद-मूल और फल-फूल प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। वहीं, काफल ऐसा ही एक फल है, जिसके औषधीय गुणों का उल्लेख प्राचीन आयुर्वेदिक ग्रंथों में भी मिलता है। पीएम ने कहा है कि काफल उत्तराखंड की संस्कृति में भी रचा बसा है। इसका उल्लेख विभिन्न रूपों में यहां के लोकगीतों में भी पाया जाता है। उत्तराखंड जाएं और वहां मिलने वाले तमाम प्रकार के पहाड़ी फलों का स्वाद न लें, तो यात्रा अधूरी लगती है।
पीएम के पत्र से राज्यवासियों का हुआ उत्साहवर्धन
गर्मियों के मौसम में पक कर तैयार होने वाले काफल राज्य में आने वाले पर्यटकों में भी खासे लोकप्रिय है। अपनी बड़ी हुई मांग के कारण मध्य हिमालयी क्षेत्रों में पाए जाने वाला ये फल स्थानीय लोगों को आर्थिक मजबूती भी प्रदान कर रहा है। पीएम ने कहा कि मुझे खुशी है कि काफल के लिए उपयुक्त बाजार सुनिश्चित कर गुणों से भरपूर इस फल को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं। बाबा केदार और बद्री विशाल से उत्तराखंड के लोगों के कल्याण और राज्य की समृद्धि की कामना करता हूं। वहीं, सीएम ने पीएम के पत्र के लिए आभार जताते हुए कहा है कि पीएम के इन स्नेहपूर्ण शब्दों से हमारा व सारे राज्यवासियों का उत्साहवर्धन हुआ है।
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