- चंद्रबनी क्षेत्र में अवैध रूप से चलते मिले करीब 1800 कनेक्शन, हड़कंप
- पेयजल निगम ने लिया कनेक्शनों को डोर टू डोर सर्वे करने का निर्णय

देहरादून, ब्यूरो: एक क्षेत्र में इतने बड़े पैमाने पर अवैध कनेक्शन मिलने से निगम में हड़कंप मचा है। सवाल यह है कि जब एक क्षेत्र में अवैध कनेक्शनों की इतनी बड़ी फेहरिस्त है, तो पूरे शहर में ये संख्या कितनी बड़ी होगी। निगम ने अब पूरे क्षेत्र में 16 सितंबर से पेयजल कनेक्शनों का डोर टू डोर सर्वे शुरू करने का निर्णय लिया है।

अब डोर टू डोर होगा सर्वे
अवैध कनेक्शनों की जिस चंद्रबनी इलाके में भरमार है वहां की पेयजल व्यवस्था का जिम्मा पेयजल निगम की वल्र्ड बैंक यूनिट के पास है। दरअसल यह क्षेत्र मेंहूवाला क्लस्टर पेयजल योजना से जुड़ा है। इससे पहले यह क्षेत्र जल संस्थान के पास था। दो साल पहले क्षेत्र पेयजल निगम को हस्तांतरित हुआ है। निगम का कहना है कि ये अवैध कनेक्शन जल संस्थान के समय के है। व्यवस्थित रिकार्ड उपलब्ध न होने से अवैध कनेक्शनों को आईडेंटीफाई करने में दिक्कतें आ रही हैं। मकान नंबर भी सीरियल से नहीं हैं। कई जगह मकान नंबर ही नहीं हैं। डोर टू डोर सर्वे कर अवैध कनेक्शनों के सख्त खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

करोड़ों का हो रहा रेवेन्यू लॉस
राजधानी में अवैध पेयजल कनेक्शनों की संख्या हजारों में बताई जा रही है। यदि पेयजल कनेक्शनों का वैरिफिकेशन किया जाए तो ये खेल पूरे शहर में सामने आएगा। इससे प्रदेश को सालाना करोड़ों रुपये का रेवेन्यू लॉस हो रहा है।

चंद्रबनी क्षेत्र में बड़ी संख्या में अवैध कनेक्शनों की जानकारी मिली है। जल्द ही पूरे इलाके में डोर टू डोर सर्वे कर अवैध कनेक्शनों को आईडेंटीफाई कर कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
मुज्जमल हसन, अधिशासी अभियंता, वल्र्ड बैंक यूनिट, पेयजल निगम, देहरादून