देहरादून (ब्यूरो) स्थानीय लोगों का कहना है कि पेयजल लीकेज के साथ ही सीवर लीकेज की शिकायतें विभाग को दी जाती है। लीकेज आदि का काम विभाग ने ठेकेदारों को दिया हुआ है, लेकिन ठेकेदार इस कार्य में लापरवाही बरतते हैं, जिसका खामियाजा आखिरकार पब्लिक को भुगतना पड़ता है।
संडे को मिली 68 कंप्लेन
गर्मी में गहराते पेयजल संकट के कारण अधिकांश उपभोक्ताओं को पेयजल की पर्याप्त आपूर्ति नहीं मिल रही है और उपभोक्ताओं को लगातार जल संस्थान में शिकायत कर समस्या के समाधान की मांग की जा रही है। संडे को विभाग को सिटी में पेयजल से संबंधित 68 शिकायतें मिली हैं। जल संस्थान के अधिकारियों ने बताया कि अधिकांश शिकायतों का निस्तारण कर लिया गया है।
6 नए ट्यूबवेल तैयार
पानी किल्लत वाले इलाकों को जल्द स्वच्छ पानी की आपूर्ति होगी। जल संस्थान शहर के अलग-अलग जगहों पर 6 नए ट्यूबवेलों का निर्माण किया जा रह है। करीब 10 करोड़ की लागत से निर्मित हो रहे इन ट््यूबवेल से करीब 20 हजार आबादी को पानी की आपूर्ति होगी। ट्यूबवेल की बोरिंग होगी चुकी है। बिजली कनेक्शन लगाने की प्रक्रिया चल रही है। विभग का दावा है कि अगले हफ्ते तक सभी छह ट्यूबवेलों से पेयजल आपूर्ति शुरू की जाएगी।
सेवलाकलां में 5 साल से गंदा पानी
सेवलाकलां में कंज्यूमर्स को 5 साल से गंदा पानी मिल रहा है। प्रभावित लोगों को कहना है कि 2019 से लेकर अब तक सैकड़ों बार जल संस्थान से शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कोई स्थायी समाधान नहीं हुआ। लोगों का कहना है कि शिकायत करने पर जल संस्थान हर बार पाइपलाइन की सफाई करा कर खानापूर्ति कर देता है। चार-पांच दिन पानी साफ आता है, लेकिन इसके बाद फिर से गंदे पानी की आपूर्ति शुरू हो जाती है। सेवलाकलां वार्ड नंबर-87 में मनसा देवी मंदिर के पास रहने वाले करीब 12 परिवारों की शिकायत है कि उनके घरों में पिछले करीब पांच साल से गंदा पानी आ रहा है। इस पानी में दुर्गंध आती है। वह घरेलू कार्यों में भी इस पानी का प्रयोग नहीं कर पा रहे हैं।
dehradun@inext.co.in