देहरादून, ब्यूरो: अधिकारी कर्मचारी शिक्षक समन्वय समिति के आह्वान पर कर्मचारी व अधिकारी परेड ग्राउंड में जमा हुए। यहां से उन्होंने रैली निकाली। बारिश के बीच भी उन्होंने सचिवालय कूच किया। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद् के शक्ति प्रसाद भट्ट ने कहा कि 20 सूत्रीय मांगों को लेकर वे कई बार सरकार को चेता चुके हैं। लेकिन, कई बार आंदोलन और कैंडिल मार्च निकालने के बाद भी आज तक कार्रवाई नहीं हो पाई है। उन्होंने कहा सरकार इस विषय में कोई सकारात्मक निर्णय नहीं लेती है तो अनिश्चिकालीन हड़ताल किया जाएगा। इस दौरान वरिष्ठ उपाध्यक्ष गिरीजेश कांडपाल, पूर्णानंद नौटियाल, जगमोहन सिंह रावत, दिनेश गुंसाई, मुकेश रतूड़ी, विक्रम सिंह नेगी, प्रताप सिंह पंवार, एसएस चौहान, विवेक रतूड़ी, महावीर त्यागी मौजूद रहे।


यह हैं मांगें
केन्द्र की तर्ज पर डाउन ग्रेडवेतन के निर्णय को वापस लिया जाए।
-राज्य कर्मचारियों को 10, 16,26 वर्ष की सेवा में पदोन्नति न होने पर वेतनमान में बढ़ोत्तरी की जाए।
-प्रदेश में पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू की जाए।
-राजकीय वाहन चालकों का गेे्रड वेतन 2400 से इग्नोर करते हुए स्टाफिंग पैर्टन पर गे्रड पे निर्धारित की जाए।
-जिन विभागों में पदोन्नति नहीं हुई है वहां पदोन्नति की जाए।
-वर्तमान में गठित वेतन विसंगति समिति की रिपोर्ट शासन को सौंपी जाए।

यह काम रहा प्रभावित
-आरटीओ में नहीं बने लाइसेंस, फिटनेस, चालान जमा करने समेत रजिस्ट्रेशन का काम नहीं हो सका।
-हॉस्पिटल में रजिस्ट्रेशन व पर्चा बनाना रहा प्रभावित।
-जल संस्थान में नहीं हो सके पानी के बिल जमा।
-नगर निगम में बर्थ-डेथ सर्टिफिकेट से लेकर टैक्स जमा नहीं हो सका।


मैं चालान जमा करने के लिए आया था। लेकिन, मुझे नहीं पता था कि यहां आज हड़ताल है। कल मुझे कोटा वापस जाना है। अब पापा को ही चालान जमा करने के लिए आना पड़ेगा।
अभिजीत, बसंत विहार

हम लाइसेंस का टेस्ट देने के लिए आए थे। लेकिन, यहां पर हड़ताल होने के कारण हमें वापस लौटना पड़ रहा है। हमारा तो आज टेस्ट होना निश्चित हुआ था। अब दूसरी अप्वाइंटमेंट लेनी होगी।
विजया, निवासी विजय कॉलोनी

मैं यहां कागज जमा करने के लिए आया था। लेकिन, यहां कोई भी कर्मचारी न होने के कारण पता चला कि कर्मचारी हड़ताल पर है। अब किसी ओर दिन आना होगा।
देवाशीष, निवासी राजपुर रोड

मुझे गाड़ी के लिए के लिए कागज चैक कराने थे। इसलिए आए थे। लेकिन, हड़ताल के कारण आज काम नहीं हो सकेगा। यहां पता भी नहीं चल रहा अब कब आए।
अमरपाल, निवासी पंडितवाड़ी

मैं दिल्ली गया था। इस बीच मेरी बेटी के लाइसेंस के लिए टेस्ट का मैसेज आया। इसलिए दिल्ली से केवल बेटी को लाइसेंस का टेस्ट दिलाने के लिए आए है। लेकिन, यहां तो हड़ताल हैं।
अमृतलाल भट्टाचार्य, निवासी मसूरी रोड