- ट्रैफिक पुलिस के फेलोशिप प्रोग्राम के लिए आईं 28 एप्लीकेशंस
- 7 गल्र्स भी शामिल, कैंडिडेट्स किए जाएंगे शॉर्टलिस्ट, फिर ट्रेनिंग
देहरादून, 29 मई (ब्यूरो)। दून ट्रैफिक पुलिस के अनुसार दून में बेहतर ट्रैफिक संचालन के लिए कम्युनिटी पुलिसिंग पर जोर दिया जा रहा है। इसके तहत पथ दर्शक फेलोशिप प्रोग्राम की शुरुआत की गई है, जिसमें 18 से 30 वर्ष के युवाओं से आवेदन मांगे गए थे। 16 दिन में ट्रैफिक पुलिस को 28 एप्लीकेशंस मिल पाई है। 7 गल्र्स ने भी फेलोशिप ट्रेनिंग के लिए एप्लाई किया है। जल्द ही पथ दर्शकों को ट्रेनिंग दी जाएगी। ट्रेनिंग के दौरान वे डेली एक महीने तक 3 से 4 घंटे तक तिराहे व चौराहों पर तैनात रहेंगे। खुद सीओ ट्रैफिक ट्रेनिंग प्रोग्राम को लीड करेंगे। कैंडीडेट्स को फेलोशिप सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा।
युवाओं को दी जा रही जानकारी
-बेहतर ट्रैफिक मैनेजमेंट।
-ट्रैफिक संबंधी टेक्नोलॉजी।
-रोड एक्सीडेंट एंड क्रैश इन्वेस्टीगेशन।
-ड्रोन टेक्नोलॉजी से ट्रैफिक मैनेजमेंट।
-पब्लिक अवेयरनेस।
-सीसीटीवी विजिलेंस।
फेलोशिप के लिए ये थी प्रक्रिया
-13 मई से 20 मई तक आवेदन
-21 मई से 27 मई तक स्क्रीनिंग
-28 मई से 26 जून तक ट्रेनिंग
-27 जूून को युवाओं को मिलेगा सर्टिफिकेट
फेलोशिप के लिए गठित है कमेटी
पुलिस ने पथ दर्शक फेलोशिप के लिए बाकायदा कमेटी का गठन किया है। इसमें एसपी ट्रैफिक अध्यक्ष, कृष्णा मेनन कॉलेज मुंबई यूनिवर्सिटी के डायरेक्टर अमेय महाजन, सीओ ट्रैफिक, एआरटीओ प्रवर्तन, राजेंद्र विराटिया व सहायक अभियंता पीडब्ल्यूडी मुस्ताक आलम को सदस्य बनाया गया है। कहा गया है कि कमेटी की ओर से वीकली रिपोर्टिंग की जाएगी। फेलोशिप की समाप्ति के बाद हर युवा अपनी रिपोर्ट कमेटी को सौंपेंगे।
लगातार होते रहे इनोवेशन
दून में बेहतर ट्रैफिक संचालन के लिए पुलिस की ओर से लगातार प्रयास जारी रहे हैं। पुलिस ने वॉलिंटियर्स की भी शुरुआत की। जिसके लिए जोर-शोर से प्रचार-प्रसार भी किया। लेकिन, उम्मीद के मुताबिक परिणाम देखने को नहीं मिले। अब फेलोशिप की मदद ली जा रही है।
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