- 4 अयर्थियों को 8 से 10 लाख रुपये में बेचा था स्नातक स्तरीय परीक्षा का पेपर
- कानपुर निवासी आरोपी पर एसटीएफ ने घोषित किया था 25 हजार रुपये का इनाम
- अब तक 45 आरोपियों की हो चुकी अरेस्टिंग, अभी कई एसटीएफ के रडार पर
देहरादून (ब्यूरो):प्रकरण में एक और नाम सामने आया है, जल्द ही उसकी भी गिर तारी हो सकती है। इस गिर तारी के बाद वर्ष 2021 में हुई इस परीक्षा का पेपर लीक करने के आरोप में एसटीएफ अब तक 45 आरोपियों को गिर तार कर चुकी है।
घर से दबोचा गया आरोपी
एसटीएफ के एसएसपी आयुष अग्रवाल के मुताबिक पूर्व में गिर तार आरोपियों से पूछताछ में राहुल ङ्क्षसह उर्फ कृष्णा निवासी आवास विकास कालोनी थाना रावतपुर कानपुर (यूपी) का नाम भी इस प्रकरण में सामने आया था। हालांकि, अन्य आरोपियों की गिर तारी होने पर वह पिछले लंबे समय से लगातार फरार चल रहा था। एसटीएफ उसकी तलाश में जुटी हुई थी। यहां तक कि इस आरोपी पर एसटीएफ को इनाम भी घोषित करना पड़ा था। लेकिन, इस बीच मंडे को एसटीएफ को मुखबिर तंत्र से सूचना मिली कि राहुल कानपुर आया हुआ है। एसटीएफ की एक टीम फौरन कानपुर रवाना हुई। ट्यूजडे को राहुल को उसके घर से दबोच लिया गया। फिलहाल, राहुल को कोर्ट ने जेल भेज दिया है। बताया जा रहा है कि जरूरत पड़ी तो एसटीएफ आरोपी को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर सकती है।
एसटीएफ के दावे
-राहुल को पेपर गोरखपुर निवासी परवेज ने दिया था।
-परवेज से उसकी मुलाकात कानपुर में वर्ष 2011 में हुई।
-तब राहुल सीपीएमटी की कर रहा था तैयारी।
-कोशिशों के बावजूद सीपीएमटी में नहीं हो पाया चयन।
-इसके बाद आरोपी राहुल परवेज के संग परीक्षाओं में करने लगा धांधली।
-अब एसटीएफ के रडार पर परवेज, तलाश जारी।
-राहुल के अन्य साथियों व पेपर खरीदने वालों की ाी एसटीएफ को तलाश।
4 मामलों की जांच कर रही एसटीएफ
यूकेएसएसएससी की ग्रेजुएट लेवल भर्ती परीक्षा के अलावा सचिवालय रक्षक, वन दारोगा और ग्राम पंचायत विकास अधिकारी की परीक्षा में भी धांधली हुई। इन चारों प्रकरणों की जांच एसटीएफ कर रही है। ग्रेजुएट लेवल परीक्षा में अब तक 45, वन दारोगा परीक्षा में 5, सचिवालय रक्षक परीक्षा में एक और ग्राम पंचायत विकास अधिकारी परीक्षा में 6 आरोपियों की गिर तारी हो चुकी है।
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