देहरादून,(ब्यूरो): स्मार्ट सिटी, स्मार्ट टेक्नोलॉजी। हर कोई चाहता है कि अपना शहर भी टेक्नोलॉजी से लैस हो। दून सिटी में भी स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत वुमेन सेफ्टी के लिए कई चौक-चौराहों पर पैनिक बटन इंस्टॉल किए गए थे। जिनको दून स्मार्ट सिटी की ओर से इमरजेंसी कंट्रोल बॉक्स भी कहा जा रहा है। लेकिन, मार्च 2022 से फंक्शन में लाए गए इन इमरजेंसी बॉक्स में से कई चौराहों पर ऐसे बॉक्स हैं, जो न केवल नॉन फंक्शनल कंडीशन में हैं। बल्कि, इनके बारे में लोगों को जानकारी तक नहीं है। हालांकि, दून स्मार्ट सिटी का कहना है कि अब तक इन इमरजेंसी कंट्रोल बॉक्स से स्मार्ट सिटी के डीआईट्रिपल-सी कंट्रोल रूम में 11310 से ज्यादा कॉल्स रिसीव हुई हैं। बदले में कईयों को हेल्प भी मिली है।

लोगों को नहीं है जानकारी
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत दून के कई चौराहों पर करीब 107 से अधिक इमरजेंसी कंट्रोल बॉक्स इंस्टॉल किए गए हैं। इसका मकसद मेट्रो सिटी की तर्ज पर दून में भी लोगों को, खासकर जरूरतमंद महिलाओं को सेफ्टी प्रदान करना था। लेकिन, प्रोजेक्ट के तहत ये पैनिक बटन यानि इमरजेंसी कंट्रोल बॉक्स खुद ही पैनिक कंडीशन में नजर आ रहे हैं। हमारी टीम ने जब कुछ इलाकों का जायजा लिया। हकीकत सामने आई। कुछ इलाकों में इंस्टॉल किए गए इमरजेंसी कंट्रोल बॉक्स नॉन फंक्शन कंडीशन में नजर आए। हालांकि, कुछ इलाकों में इनके बटन पुश करने पर रिस्पांस जरूर मिला। लेकिन, खास बात ये है कि ये बटन कैसे काम करते हैं, क्या इनकी उपयोगिता है और किस वक्त इनका यूज किया जा सकता है। अधिकतर दूनवासियों को इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है।

इन इलाकों को में नॉन फंक्शनल मिले बटन
1-सहारनपुर चौक
-यहां पर इंस्टॉल इमरजेंसी कंट्रोल बॉक्स ने कोई रिस्पांस नहीं दिया। न कोई साउंड और न कोई जवाब।

2-प्रिंस चौक
-प्रिंस चौक पर भी कई बार बटन पुश करने के बाद भी कोई रिस्पांस नहीं दिखा। यहां पर पता चला कि कई दिनों से बटन काम नहीं कर रहा है।

3-लाल पुल
-लाल पुल का भी पैनिक बटन ने कोई काम नहीं किया। बगल से गुजर रही महिला ने तपाक से कहा शुरुआत में आवाज आती थी। अब नहीं।

4-ओल्ड सर्वे रोड
-यहां पर भी कई बार बटन पुश करने के बाद भी कोई रिस्पांस नहीं मिला। गुजर रही महिला पुलिस कर्मी ने बताया ये सारे इक्विपमेंट्स ने काम करने बंद कर दिए हैं।

5-दर्शन लाल चौक
-यहां पर पैनिक बटन फंक्शन में दिखा। बटन पुश करने के बाद रिस्पांस मिला। किसी महिला की आवाज आई।

स्मार्ट सिटी के दावे, मिली इनसे लोगों को मदद
केस 1--
विदेशी महिला ने एक बार रात के वक्त बटन पुश किया। पुलिस मौके पर पहुंची। महिला को पूरी मदद मिल पाई।

केस 2--
एक बार किसी व्यक्ति ने दर्शनलाल चौक पर इमरजेंसी कंट्रोल बॉक्स का बटन एक्सीडेंट को लेकर पुश किया गया। जिसके बाद उसको भी मदद मिल पाई।

लाइट व कनेक्टिविटी जरूरी
स्मार्ट सिटी से मिली जानकारी के अनुसार पैनिक बटन तभी काम करते हैं। जब प्रॉपर लाइट सप्लाई हो। इंटरनेट की भी कनेक्टिविटी मिल पाए। केबिल लाइन सुचारू रहे। ऐसे न होने पर ये बटन नॉन फंक्शनल हो जाते हैं।

इन इलाकों में इंस्टॉल हैं बटन
-बस शेल्टर
-बस स्टैंड
-चौक चौराहे

अब तक 11 हजार से ज्यादा कॉल्स रिसीव
स्मार्ट सिटी डी-आईट्रिपल-सी से मिली जानकारी के मुताबिक इस प्रोजेक्ट की शुरुआत दून में वर्ष 2019 से हुई थी। लेकिन, मार्च जुलाई 2022 से ये इमरजेंसी कंट्रोल बॉक्स ऑपरेशन में आने लगे। तब से लेकर अब तक इन इमरजेंसी बॉक्स से 11310 कॉल्स रिसीव हुई हैं। बताया गया है कि इन इमरजेंसी बॉक्स से आने वाले कॉल्स के लिए चौबीसों घंटे कार्मिकों की तैनाती रहती है।

इस काम आता है पैनिक बटन
-मेडिकल
-वुमेन सेफ्टी
-ट्रैफिक
-इलेक्ट्रिक बस
-सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट
-एक्सीडेंट
-इंफॉर्मेशन

इमरजेंसी कंट्रोल बॉक्स
-वर्ष 2019 में ह़ुई थी प्रोजेक्ट की शुरुआत
-मार्च 2022 में किए बटन हुए थे एक्टिव
-सिटी मे इंस्टॉल किए गए हैं 107 पैनिक बटन

कई बार पुश कर देते हैं बच्चे व असामाजिक तत्व
बताया गया है कि इमरजेंसी के लिए चौराहों पर इंस्टॉल किए गए इन इमरजेंसी बटन को कई बार बच्चे या फिर कुछ असमाजिक तत्व पुश कर देते हैं। जिसके बाद कंट्रोल में तैनात कार्मिकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। ये भी बताया गया है कि इन बटन के सामने कैमरे भी मौजूद हैं। जिससे कौन बटन पुश कर रहा है, सारी जानकारी आसानी से मिल जाती है।

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