- इनामुल्लाह बिल्डिंग पर अतिक्रमण अभियान का कोई असर नहीं
- फुटपाथ पर कब्जा बरकरार, सड़क पर वाहन खड़े करने से लग रहा जाम
देहरादून (ब्यूरो) अगले दिन जैसे ही संयुक्त टीम अतिक्रमण हटाने पहुंचती है, तो सामान समेट कर फुटपाथ और सड़क खाली कर दी जाती है। टीम के लौटते ही फिर पहले की तरह फुटपाथ पर पर चलने की जगह नहीं मिलती। गांधी रोड पर इनामुल्लाह बिल्डिंग पर फुटपाथ नाम की कोई चीज नहीं है। फुटपाथ पर दुकानों के काउंटर पसर जाते हैं। कहीं पर फुटपाथ से के ऊपर सड़क तक वाहनों की मरम्मत की जाती है, जिससे फुटपाथ चलने को नहीं मिल पाते हैं। जानकारी का कहना है कि मॉनिटरिंग टीम का गठन कर अतिक्रमणकारियों के खिलाफ सख्ती से कदम उठाने की जरूरत है।
डेढ़ माह से चल रहा अभियान
राजधानी दून की सड़क और फुटपाथों को कब्जामुक्त करने के लिए पिछले डेढ़ माह से जोर-शोर से अभियान चलाया जा रहा है। उम्मीद के मुताबिक सड़क-फुटपाथ कब्जामुक्त नहीं हो पा रहे हैं। मेन रूट की ही बात करें तो आईएसबीटी से घंटाघर रूट पर जगह-जगह जाम लग रहा है। जोन फ्रस्ट में आईएसबीटी से लेकर, सब्जी मंडी चौक, पटेलनगर, सहारनपुर चौक, आढ़त बाजार, प्रिंस चौक, इनामुल्लाह बिल्डिंग, तहसील चौक, दर्शन लाल चौक और घंटाघर तक सड़क-फुठपाथों से बार-बार अतिक्रमण हटाने के बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है।
पुलिस के सामने कब्जे
अभियान का आलम यह है कि चौक-चौराहों पर पुलिस दिनभर तैनात रहती है। इसके बावजूद भी चौक-चौराहों पर सड़क-फुटपाथों पर सबसे ज्यादा कब्जे हो रहे हैं। इससे बड़ी बात यह है कि पुलिस नजर अतिक्रमण पर नहीं जाती। कहीं फुटपाथ पर वाहनों की रिपेयरिंग की जा रही है, तो कहीं पर वाहन पार्किंग किए जा रहे हैं। सहारनपुर चौक पर चारों तरफ फुटपाथ चलने के लिए नहीं बचे हैं। दुकानदारों ने भी सामान फुटपाथों पर सजा रखा है। रेहड़ी-ठेली ओर फास्ट फूड वाले सड़क पर बेधड़क दुकान सजा रहे हैं, जिससे सड़क पर जाम की स्थिति बन रही है।
टीम के लौटने के बाद फिर हो रहे कब्जे
संयुक्त टीमें आगे-आगे अतिक्रमण हटा रही है वहीं पीछे-पीछे सड़क- फुटपाथ पर फिर पीछे से कब्जे हो रहे हैं। सब्जी मंडी के बाहर ठेलियां आधा रोड घेरकर सज रही है। पुलिस के वाहन रोड पर दौड़ रहे हैं, लेकिन किसी की नजर इन पर नहीं पहुंच रही है। कारगी रोड पर रेहड़ी ठेली वालों का कई जगह कब्जा है। इंद्रिश हॉस्पिटल के बाहर रोड पर अस्पताल की पार्किंग लोगों के लिए परेशानियों का सबब बन रही है। पटेलनगर में कई जगहों पर फुटपाथ पर रेहड़ी-ठेलियां और फास्ट फूड की दुकानें चल रही हैं। कई जगहों पर व्यापारियों की आधी दुकानें फुटपाथ से लेकर सड़क तक पसरी हुई है। नाम मात्र के चालान किए जाने से किसी के अंदर भी पुलिस-प्रशासन का भय नहीं है।
यहां पर दोबारा हो गए कब्जे
आईएसबीटी
सब्जी मंडी
लाल पुल
इंद्रिश हॉस्पिटल रोड
पटेलनगर
कारगी रोड
सहरनपुर रोड
शिमला बाईपास रोड
सेवला कलां
भूसा स्टोर
सहारनपुर चौक
गांधी रोड
तहसील चौक
घंटाघर
अतिक्रमण के कारण जगह-जगह पर जाम लग रहा है। कई जगहों पर फुटपाथ चलने के लिए नहीं बचे हैं। सड़क-फुटपाथ पर कब्जे करने वालों के सख्त एक्शन होना चाहिए।
मनोज बडोनी, सोशल वर्कर
फुटपाथ-सड़क पर अतिक्रमण करना गलत है। देखा-देखी के चक्कर में दुकानें सड़क तक सज जाती है। इसके लिए व्यापारियों को भी सहयोग देना चाहिए।
अंकित बाजवा, व्यापारी
नियम सभी के लिए एक जैसे हैं। पब्लिक प्रोपर्टी पर अतिक्रमण नहीं होना चाहिए। पब्लिक को फुटपाथ चलने के मिलना चाहिए, जिसमें व्यापारियों को भी आगे आना चाहिए।
ऐजाज कुरैसी, व्यापारी
शहर में पहले ही सड़कों की चौड़ाई कम है। ऊपर से हर साल लाखों वाहन सड़क पर उतर रहे हैं। सड़क-फुटपाथों पर कब्जों से एक्सीडेंट बढ़ रहे हैं। अब इसके लिए कड़े कदम उठाने चाहिए।
अरूण रावत, सोशल एक्टिविस्ट
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