स्कूली बच्चे मिले गाड़ी चलाते तो होगा चालान, गाड़ी हो सकती है जब्त
-मनमानी करने वाले वाहन चालकों पर लगातार होती रहेगी कार्रवाई

देहरादून, (ब्यूरो)।
दून में पुलिस प्रशासन व आरटीओ की ओर से रोड सेफ्टी वीक को लेकर सात दिन का जागरूक अभियान चलाया गया। लेकिन, खुद ट्रैफिक व परिवहन विभाग का मानना है कि रोड सेफ्टी के लिए हर दिन जागरूक होने की जरूरत है। हालांकि सीपीयू अधिकारी की मानें तो रोड सेफ्टी सिटी में सबसे बड़ा मामला है। इस पर एक हफ्ते नहीं रोजाना अवेयरनेस की जरूरत है।

गलियों में उड़ती है नियमों की धज्जियां
दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने रोड सेफ्टी वीक को लेकर लगातार कमियों पर फोकस किया। इस दौरान सामने आया कि एक ओर पब्लिक को जागरूक किया जा रहा है। वहीं दूसरी और कुछ दूरी पर ही ट्रैफिक रूल वॉयलेशन की घटना सामने आ रही हैं। जिसे लेकर बुधवार को आरटीओ व सीपीयू अधिकारियों व सामाजिक कार्यकताओं ने एक वेबिनार के माध्यम से बात की। इस दौरान मुख्य मार्गों पर ही नहीं गलियों में नियमों की धज्जियां उड़ाई जाती हैं। जिस पर सीपीयू अधिकारी नरेश भौर्याल ने आश्वस्त किया कि लगातार लोगों को अवेयर किया जाएगा।

यह मिली शिकायत
-चंद्रबनी चौक पर रेड लाइट न होने के कारण हो रहे एक्सीडेंट्स।
-रैश ड्राइविंग के कारण होती है दुर्घटनाएं।
-राजा रोड पर अक्सर ट्रैफिक रूल्स तोडऩा आम बात।
-स्कूली बच्चों के गाड़ी चलाते हुए पकड़े जाने पर 32 स्टूडेंट्स के पैरेंट्स पर 25 हजार रुपये तक चालान व गाड़ी सीज।
- प्रतिबंधित एरिया में भी लगातार दौड़ रहे ई-रिक्शा।

वर्जन-:
सात दिन के रोड सेफ्टी अभियान चलाया गया। जबकि, ये ऐसा विषय है जिस पर रोजाना लोगों को जागरूक होने की जरूरत है। इसके अलावा जब तक सेल्फ अवेयर नहीं होंगे तब तक कुछ भी संभव नहीं है।
नरेश भौर्याल, इंस्पेक्टर, सीपीयू देहरादून

सिटी बसेज स्टेट कैरिज में पास है, जो कहीं से भी पैंसेजर उठा सकती है। लेकिन, अब तक इनके लिए कोई भी स्टॉपेज नहीं बने है। इनके लिए स्टॉपेज बनाने की जरूरत है। अभी तक इनका काम पूरा नहीं हुआ है।
विजय वर्धन डंडरियाल, अध्यक्ष सिटी बस यूनियन

आरटीओ ट्रैफिक रूल के प्रति पब्लिक को जागरूक करने के लिए बच्चों के माध्यम से उन्हें अवेयर कर रहे हैं। स्कूल मेंं कैंप लगाकर लोगों को अवेयर किया जा रहा है कि वे अपने पैरेंट्स को ट्रैफिक रूल्स का पालन न करने पर अवश्य टोकें।
एमडी पपनोई, टीटीओ देहरादून

सर्वे चौक से लेकर सहस्रधारा क्रॉसिंग तक ई-रिक्शा चालकों के कारण एक्सीडेंट होने का डर रहता है। ई-रिक्शा चालक कभी भी कहीं से भी गाड़ी को मोड़ देते हैं, जिससे एक्सीडेंट की आशंका बनी रहती है। इस पर लगाम लगाने की जरूरत है।
साधना शर्मा, सोशल वर्कर

राजा रोड पर अक्सर लोग शराब पीकर गाड़ी चलाते है। जिससे बड़े हादसों का खतरा बना रहता है। यहां ट्रिपल राइडिंग करना और रैश ड्राइविंग जैसी समस्या आम बात है। पुलिस को इसमें विशेष अभियान चलाए जाने की जरूरत हैं।
मंजू जैन, सोशल वर्कर

आईएसबीटी से लेकर विकासनगर तक कई जगह ट्रैफिक पोल न होने के कारण बड़े हादसों का डर बना रहता है। यही नहीं यहां मनमाने तरीके से खड़े बसों के खड़े होने के कारण बड़े हादसों का डर बना रहता है।
मोहित ग्रोवर, सोशल वर्कर, एडवोकेट

चंद्रबनी चौक के बजाए दूसरी जगह ट्रैफिक लाइट लगा दी है। जिससे चंद्रबनी चौक पर अक्सर एक्सीडेंट होते हैं। इससे कई बार बड़े हादसे तक हो जाते है। ऐसे में यहां ट्रैफिक लाइट लगाए जाने की जरूरत है।
सुधीर बुटोला, पार्षद चंद्रबनी
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