देहरादून (ब्यूरो).15 फरवरी को हरिपुरकलां निवासी पूजा कश्यप ने थाना रायवाला में तहरीर दी थी कि देर रात 3-4 बदमाश घर में गेट तोड़कर अंदर घुस गये और उनकी मां रामरती के साथ मारपीट करके कान के सोने के कुंडल कान फाड़कर छीन लिये। आलमारी में रखी पायल, नाक की पिन और घर के कुछ सामान के साथ ही 10 हजार रुपये लूटकर भाग गये।

तीन पहले पकड़े गये
लगातार छानबीन के बाद पुलिस ने इस घटना में शामिल पांच बदमाशों की पहचान की। इनमें से 3 बदमाशों को 8 मार्च को गिरफ्तार कर लिया गया। अन्य दो बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने टीमों का गठन किया। पकड़े गये बदमाशों से जानकारियां ली गई। सर्विलांस के जरिये बदमाशों को तलाश किया। 19 अप्रैल को पुलिस टीम को एक बदमाश कोहिनूर उर्फ मोटा निवासी भरत विहार, रोहिणी, दिल्ली की लोकेशन उसके घर में मिली। पुलिस टीम तुरंत दिल्ली पहुंची और स्थानीय पुलिस को साथ लेकर दबिश दी, पुलिस कोहिनूर को गिरफ्तार करने में सफल रही।

पांचों बदमाश आपस में रिश्तेदार
आरोपी कोहिनूर से पूछताछ में बताया कि डकैती डालने वाले पांचों बदमाश आपस में रिश्तेदार हैं। 14 फरवरी को चुनाव वाले दिन झाबर ने बताया कि एक बुजुर्ग महिला है जो कि अकेले रहती है और उसके पास बहुत सारा पैसा व जेवरात हैं। इस पर वह नौशादनाथ, अक्षयनाथ और झाबरनाथ हरिद्वार आये और शरणनाथ के घर पर रुके। देर रात जंगल के रास्ते घर में घुसे। धक्का देकर दरवाजा खोला। दो बाहर रहे तीन घर में घुसे। घर में मौजूद दो महिलाओं को बंधक बनाकर उनसे बिछुए, चेन और कानों के कुंडल छीन लिये। बक्से में रखे कुछ पैसे और कागजात उठाकर उसी रास्ते वापस लौट गये। रात को शरणनाथ की झोपड़ी मे रुके और सुबह पथरी चले गये। कोहिनूर ने बताया कि डकैती में जो पैसे उसके हिस्से में आये थे, उसने खर्च कर दिये हैं।

पहले रेकी, फिर डकैती
बदमाश दिन मे मोटर साइकिल से ऐसी जगहों की रेकी करते थे जो एकांत में या बस्तियों से अलग हों और जिन घरों मे पुरुष न हों। उनके निशाने पर मुख्य रूप से ऋ षिकेश, देहरादून, मोतीचूर, हर्रावाला होते थे। डकैती की योजना बनाकर वे आसपास की झाड़ियों में छिप जाते थे और देर रात वारदात को अंजाम देते थे।
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