- दून के रायपुर ब्लाक के सिल्ला और रामनगर डांडा में पीएमकेएसवाई योजना में धांधली का मामला

देहरादून, (ब्यूरो): डीएम की सस्पेंड करने की संस्तुति पर कार्रवाई करने के बजाय कृषि विभाग के अफसरों ने पिछले माह राजदेव पंवार को कृषि निदेशालय से सम्बद्ध कर इतिश्री कर ली थी। मामले में अफसरों को बचाने की कोशिश की गई। डीएम सोनिका ने सचिव कृषि को जांच रिपोर्ट के साथ पत्र भेजकर कार्रवाई को पत्र लिखा, जिसके बाद सचिव ने राजदेव के सस्पेंशन के आर्डर जारी किए।

जनसुनवाई में आया था मामला सामने
डीएम की जनसुनवाई में 30 अक्टूबर 2023 को दून के रायपुर ब्लॉक सिल्ला और रामनगर डांडा में गड़बड़ी की शिकायत आई। डीएम सोनिका ने मामले को गंभीरता से लेते हुए शिकायत कर्ताओं आवेदन पर सीडीओ झरना कमठान की अध्यक्षता में जांच कमेटी बनाकर शीघ्र रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। जांच में करीब डेढ़ करोड़ रुपए की अनियमितता सामने आई है।

जांच में आए कई चौंकाने वाले तथ्य
सीडीओ की जांच में सामने आया कि धरातल पर योजना के कार्य हुए ही नहीं। किसानों के नाम पर अनुदान बिलों का फर्मों को सीधे भुगतान कर दिया गया। फर्जीवाड़ा कर कई मृत किसानों के नाम पर भी सब्सिडी डकार ली गई। रिपोर्ट में कहा गया कि आवेदन फार्मों पर नाम किसी का और फोटो किसी दूसरी की मिली। जो किसान अंगूठाछाप हैं, उनके भी आवेदन पर अंग्रेजी में दस्तखत मिले।

धरातल पर नहीं कोई काम, फर्मां को पूरा भुगतान
किसानों के खेतों में स्प्रिंकलर और पाइप पहुंचे ही नहीं, लेकिन फर्मों को सीधे पैसे पहुंचा दिए गए। भुगतान डिजिटल में किसानों के बजाय सीधे फर्मों को किया गया। जांच टीम में मुख्य कृषि अधिकारी लतिका सिंह, कृषि भूमि संरक्षण अधिकारी सहसपुर, अपर सहायक अभियंता कृषि शामिल थे।
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