देहरादून ब्यूरो। केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल को खुल रहे हैं। इसी दिन से केदारनाथ के लिए हेली सेवाएं भी शुरू होनी हैं। हेली सेवाएं शुरू होने से पहले संडे को यूकाडा के तीन अधिकारियों की टीम रुद्रप्रयाग के जिला पर्यटन अधिकारी के साथ केदारनाथ में हेलीपैड का इंस्पेक्शन करने गई थी। यह टीम गुप्तकाशी से केस्ट्रेल एविएशन नामक प्राइवेट कंपनी के हेलीकॉप्टर से केदारनाथ गई। हेलीपेड का इंस्पेक्शन करने के बाद टीम के वापस लौटने के लिए हेलीकॉप्टर में बैठ रही थी। इसी दौरान यूकाडा के फाइनेशियल कंट्रोलर अमित सैनी हेलीकॉप्टर के टेल रोटर की चपेट में आ गये और रोटर की ब्लेड से गर्दन कट जाने से मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
हादसे के कारणों की जांच
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार अमित सैनी हेलीकॉप्टर में बैठने के लिए गलती से पीछे की साइड से आ रहे थे। वहां मौजूद लोगों से आवाज भी दी लेकिन हेलीकॉप्टर के शोर के कारण वे सुन नहीं पाये और टेल रोटर की चपेट में आ गये। हादसे कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। रुद्रप्रयाग के डीएम के अनुसार यूकाडा घटना के कारणों की जांच कर रहा है। मृतक अमित सैनी हरिद्वार जिले के रहने वाले थे।
हादसे को लेकर कई सवाल
इस हादसे के लेकर कई तरह के सवाल उठाये जा रहे हैं। यूकॉस्ट के पूर्व निदेशक डॉ। राजेन्द्र डोभाल ने इसे हेली कंपनियों की लापरवाही का नतीजा माना है। उनका कहना है कि कुछ महीने पहले वे केदारनाथ बदरीनाथ गये थे। ये देखकर आश्चर्यचकित थे कि हेलीकॉप्टर का पंखा बंद किये बिना ही यात्री चढ़ाये और उतारे जा रहे थे। लोग दौड़ रहे थे और अफरा-तफरी मची हुई थी। उन्होंने कहा कि इस तरह की लापरवाही नहीं की जानी चाहिए।
अधिकारियों के सामने ही लापरवाही
नियमानुसार हेलीकॉप्टर में यात्रियों को पंखे बंद करने के बाद ही चढ़ाया और उतारा जाता है। लेकिन, केदारनाथ में पूर्व में ऐसे कई वीडियो सामने आ चुके हैं, जबकि हेलीकॉप्टर चालू हालत में होता है और यात्रियों को उतारा और चढ़ाया जाता है। फिर से हेलीकॉप्टर वापसी का उड़ान भर लेता है। जानकारों का कहना है कि हेलीकॉप्टर बंद करने और फिर से चालू करने में काफी समय और फ्यूल खर्च होता है, इसलिए कंपनियां बिना हेलीकॉप्टर बंद किये ही यात्रियों को चढ़ाती और उतारती हैं। लेकिन इस मामले का सबसे गंभीर पहलू यह है कि यूकाडा के अधिकारियों की मौजूदगी में ही नियम का पालन नहीं किया जा रहा था।
यात्रा को लेकर डीजीपी ने ली बैठक
इधर देहरादून में संडे को डीजीपी अशोक कुमार तीर्थयात्रा को लेकर संबंधित अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की। डीजीपी ने कहा कि अगले 6-7 दिनों तक केदारनाथ में बर्फबारी होने की संभावना है। इस लिए जरूरी सावधानी बरती जाए। सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को जानकारी दी जाए और मौसम ठीक होने पर ही यात्रा करने की सलाह दी जाए। उन्होंने किसी भी आपदा की स्थिति में सभी संबंधित विभागों के साथ समन्वय बनाये रखने के आदेश भी दिये। इसके साथ ही उन्होंने ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त रखने और एक साथ ज्यादा यात्रियों के पहुंचने की स्थिति में जरूरी व्यवस्थाएं करने के निर्देश भी दिये।