देहरादून ब्यूरो। पिछले वर्ष अक्टूबर की शुरुआत में राज्य से मौसम विदा हो गया था, लेकिन 15 अक्टूबर के बाद बेमौसमी बारिश का सिलसिला शुरू हो गया था। 18 अक्टूबर की शाम से 19 अक्टूबर तक पूरे राज्य में इतनी बारिश हुई, जितनी की इससे पहले कभी मॉनसून सीजन में भी नहीं हुई थी। कुमाऊं क्षेत्र में इस बारिश ने कहर बरपाया था। बारिश के कारण हुई घटनाओं में 76 लोगों की मौत हो गई थी। सैकड़ों की संख्या में पशुओं की मौत हो गई थी और फसलों और बगीचों को भी नुकसान पहुंचा था।
अगले चार दिन भारी
मौसम विभाग के अनुसार अगले चार दिन राज्य पर भारी पड़ सकते हैं। बारिश का सिलसिला वेडनसडे से शुरू होने की आशंका जताई जा रही है। इस बार भी गढ़वाल की अपेक्षा कुमाऊं क्षेत्र में ज्यादा बारिश की आशंका जताई गई है। कुमाऊं मंडल के सभी जिलों के साथ ही कुमाऊं से लगे गढ़वाल मंडल के जिलों में भी बारिश का ज्यादा असर रहने की संभावना है। इन जिलों में 5 अक्टूबर के लिए यलो अलर्ट, 6 और 8 अक्टूबर के लिए ऑरेंज अलर्ट और 7 अक्टूबर के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है।
दून में बदला मौसम
दून में ट्यूजडे दोपहर को अचानक मौसम बदल गया। सुबह धूप के बाद दोपहर को कुछ क्षेत्रों में गजरने वाले बादल छा गये। कहीं-कहीं तेज बौछारें भी पड़ी। हालांकि कुछ ही देर बाद मौसम फिर से साफ हो गया। मौसम विभाग के अनुसार वेडनसडे से दून में भी हल्की से मध्यम बारिश का सिलसिला शुरू होने की संभावना है। यह सिलसिला 8 अक्टूबर तक बना रह सकता है।
टेंपरेचर नॉर्मल से ज्यादा
दून का टेंपरेचर अब भी नॉर्मल से ज्यादा बना हुआ है। ट़्यूजडे को सिटी का मैक्सिमम टेंपरेचर नॉर्मल से 3 डिग्री ज्यादा 32.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि मिनिमम टेंपरेचर नॉर्मल से 4 डिग्री ज्यादा 21.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।