- दून में रूरल एरिया में 127731 परिवारों के पास नहीं है पानी के कनेक्शन
- जल जीवन मिशन के तहत अब तक करीब 50 फीसदी टारगेट ही पूरा
देहरादून (ब्यूरो): रूरल आबादी इंतजार कर थक गई है, उन्हें प्राकृतिक स्रोतों से आज भी सिर पर पानी ढोना पड़ रहा है। हालांकि, जल जीवन मिशन का लक्ष्य शत प्रतिशत आबादी को 2024 तक पानी देना है, लेकिन पानी जैसी बुनियादी जरूरत के लिए आखिर लोग सब्र करें भी तो कब तक। पानी के लिए रोज संघर्ष कर रहे लोग अब सरकार से गुहार लगा रहे हैैं, थोड़ा जल्दी कर दो सरकार।
1.27 लाख परिवार पानी से वंचित
सरकारी आंकड़ों पर नजर डालें तो अकेले दून के रूरल एरिया में तकरीबन 1.27 लाख परिवारों के पास स्वच्छ पेयजल नहीं पहुंचा है। इनमें से अधिकांश लोग प्राकृतिक स्रोत, हैंडपंप, तालाब, नदी और नहरों पर निर्भर हैं। गई जगहों पर लोग एक-डेढ किमी। दूर से पानी लाने को मजबूर हैं। सरकार का दावा है कि ऐसे लोगों को चिन्हित किया गया है। 2024 तक वंचित सभी परिवारों को पेयजल कनेक्शन मुहैया कराया जाएगा।
चौथे नंबर पर दून
स्वच्छ पेयजल की कमी से सबसे ज्यादा हरिद्वार, यूएसनगर और अल्मोड़ा के लोग जूझ रहे हैं। दून का चौथा नंबर है। आंकड़ों पर नजर डालें तो हरिद्वार में 2.66 लाख, ऊधमसिंहनगर में 2.01 लाख, अल्मोड़ा में 1.28 लाख परिवारों के पानी के कनेक्शन नहीं हैं। जबकि देहरादून जिले में 1.27 परिवार स्वच्छ पेयजल से वंचित हैैं।
सिर पर पानी ढोने को मजबूर
राज्य के रूरल एरिया में तकरीबन 14.94 लाख परिवार पीने के पानी से वंचित हैं। लगातार प्रयास के बावजूद भी बड़ी तादाद में लोग साफ पानी के लिए तरस रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में लोग दूर-दूर से प्राकृतिक श्रोतों से पानी सिर पर ढोने को मजबूर हैं।
7500 करोड़ की स्कीम पर काम
केंद्र की मदद से राज्य सरकार ने रूरल एरिया में पेयजल से वंचित लोगों के लिए 7500 करोड़ रुपये की जल जीवन मिशन (जेजेएम) योजना शुरू की है। 2019 में योजना को धरातल पर उतारना शुरू किया गया। योजना को करीब 3 साल बीत चुके हैैं। योजना के तहत पीने के पानी से महरूम राज्य के सभी परिवारों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराया जाना है। यह काम 2024 तक पूरा किया जाना है।
10 लाख घरों में पहुंचाया पानी
हर घर नल हर घर जल योजना के तहत करीब 10 लाख घरों में स्वच्छ पानी पहुंचाया गया। जेजेएम से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि अब तक योजना के तहत 10 लाख से अधिक घरों में पानी की पाइप लाइन बिछाकर कनेक्शन दिए गए हैं। जल्द ही उन्हें स्वच्छ पानी की आपूर्ति कराई जाएगी। कुछ घरों में आपूर्ति शुरू भी की गई है। सभी घरों में पेयजल कनेक्शन देकर सर्वसुलभ जलापूर्ति किए जान के प्रयास किए जा रहे हैं।
जिलेवार आंकड़ों पर एक नजर
जिला वंचित अब तक
परिवार जुड़े घर
देहरादून 127731 121468
चमोली 77650 72309
बागेश्वर 55030 49750
उत्तरकाशी 71810 58006
पिथौरागढ 95479 73715
रुद्रप्रयाग 56779 42764
टिहरी 135110 100439
चंपावत 47993 35409
पौड़ी 116444 80157
नैनीताल 113624 67884
हरिद्वार 266743 148949
अल्मोड़ा 128792 71509
यूएसनगर 201229 102434
टोटल 1494414 1024793
जेजेएम योजना पर एक नजर
प्रोजेक्ट शुरू : 15 अगस्त 2019
कंप्लीशन डेट: मार्च 2024
खर्च: 7500 करोड़
वाटर कनेक्शन: 14.94 लाख
अब तक कनेक्शन : 10.24 लाख
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जेजेएम योजना के तहत चल रहे कार्यों को तेजी से तय समय के भीतर करने के निर्देश दिए गए हैं। अब तक करीब 70 प्रतिशत घरों में पाइप लाइन बिछाई जा चुकी है। 2024 तक सभी चिन्हित घरों को पानी के कनेक्शन मुहैया कराने के प्रयास किए जा रहे हैं।
मुस्फिक मुस्तफा, अधीक्षण अभियंता, जेजेएम
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