- डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए जीपीएस से लैस होंगे कूड़ा कलेक्शन व्हीकल्स
- नगर निगम जीपीएस लोकेशन से रखेगा नजर, गाड़ी को पहुंचना होगा घर-घर
देहरादून, 30 मई (ब्यूरो)। डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए लगाए गए वाहन अब आपको दगा नहीं दे पाएंगे। कूड़ा वाहन अब हर हाल में आपके घर तक पहुंचेंगे और कूड़ा कलेक्शन करेंगे। दरअसल कई इलाकों से कूड़ा गाड़ी के रेगुलर घर-मोहल्लों तक न पहुंचने की कंप्लेन नगर निगम को मिल रही थी। इसका तोड़ नगर निगम ने निकाल लिया है। कूड़ा कलेक्शन वाहनों पर जीपीएस इन्स्टॉल किया जाएगा ताकि नगर निगम को गाडिय़ों की लोकेशन मिलती रहे वे हर घर तक पहुंच पाएं। सफाई इंस्पेक्टर्स को जीपीएस से इन वाहनों की ट्रैकिंग का जिम्मा दिया गया है।
अब जीपीएस बताएगा सच्चाई
नगर निगम को लगातार इलाकों से कंप्लेन मिल रही थी कि कूड़ा गाड़ी घरों तक नहीं पहुंच रही है। नगर निगम ने इसकी पड़ताल की और कंप्लेन सही पाई गई। पार्षदों ने भी इसे लेकर कई बार अफसरों से कंप्लेन की थी। ऐसे में नगर निगम ने कूड़ा उठान की जिम्मेदारी संभाल रही कंपनी से कॉन्ट्रेक्ट खत्म कर लिया और नई कंपनी को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके साथ ही दूसरी कंपनी भी ऐसा न करे इसके लिए कूड़ा वाहनों पर जीपीएस डिवाइस लगाने का फैसला लिया गया है, ताकि नगर निगम को भी हकीकत का पता चल सके और एक्शन लिया जा सके।
अब और सस्ता होगा कूड़ा उठान
नगर निगम की कूड़ा उठान करने वाली पहली कंपनी हर कूड़ा वाहन के लिए नगर निगम से 2700 रुपये लेती थी। इस पर भी मौके पर न पहुंचने की शिकायतों की भरमार थी। अब निगम ने नई कंपनी से कॉन्ट्रेक्ट किया है जो हर गाड़ी का 1770 रुपए नगर निगम से लेगी। ऐसे में नगर निगम को कूड़ा उठान सस्ता पड़ेगा और हर कूड़ा गाड़ी पर 930 रुपये की बचत होगी।
400 टन रोजाना उठता है कूड़ा
दून नगर निगम अधिकारियों के अनुसार सिटी में रोजाना 400 टन कूड़ा उठता है। जिसमें गीले कूड़े व सूखे कूड़े को अलग कर उठान की कार्रवाई की जाती है। नगर निगम के अधिकारियों के अनुसार कई बार कूड़ा न उठने की जानकारी नहीं मिल पाती थी। जीपीएस लगने के बाद कूड़ा उठान की जानकारी मिल सकेगी।
लगाए गए सीसीटीवी कैमरे
नगर निगम अधिकारियों के अनुसार हरिद्वार बाईपास स्थित कारगी चौक पर कूड़ा डंपिंग यार्ड की निगरानी भी की जा रही है। यहां सीसीटीवी सर्विलांस इन्स्टॉल कर दिया गया है। ताकि कूड़ा वाहनों की निगरानी डंपिंग यार्ड में भी हो सके।
-----------------
पुरानी कंपनी की शिकायत के कारण दूसरी कंपनी को कूड़ा उठान का कॉन्ट्रेक्ट दिया गया है। 39 कूड़ा वाहनों को इस काम में इस्तेमाल किया जाएगा और हर गाड़ी जीपीएस से लैस होगी, ताकि कभी भी इनकी लोकेशन ट्रेस की जा सके।
डॉ। अनिवाश खन्ना, वरिष्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी