देहरादून (ब्यूरो) : भानियावाला-ऋषिकेश के बीच प्रस्तावित करीब 20 कमी। रोड भानियावाला से लेकर जौलीग्रांट एयरपोर्ट और रानीपोखरी तक 6 लेन होगी। यह रोड एनएचएआई को ट्रांसफर हो चुकी है, जिसे भारत सरकार से फोर लेन बनाने की मंजूरी मिल गई है। भानियावाला-ऋषिकेश के बीच दून जायका होटल से लेकर डांडी तक करीब आठ किमी। रोड पहले ही पीडब्ल्यूडी की ओर से फोर लेन बनाया जा चुका है, जिसके बाद इस रोड को राजमार्ग प्राधिकरण को ट्रांसफर कर दिया गया है। रानीपोखरी से आगे नटराज चौक तक 10 किमी। रोड को फोर लेन किया जाएगा।

25 हेक्टेयर भूमि होगी अधिग्रहित

एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर पंकज कुमार मौर्य ने बताया कि भानियावाला मेन मार्केट को तोड़कर रोड को सिक्स लेन किया जाएगा। वर्तमान में यहां पर रोड टू लेन है। बॉटलनेक के चलते यहां पर अमूमन जाम लगा रहता है। योजना के तहत 25 हेक्टयर भूमि अधिग्रहित की जाएगी, जिसमें 5 हेक्टेयर निजी और 20 हेक्टेयर भूमि फॉरेस्टर लैंड शामिल है। जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। प्रभावित लोगों और दुकानदारों को कुल 68 करोड़ रूपए बतौर मुआवजे पर खर्च होंगे। उन्होंने बताया कि मुआवजे का 38 करोड़ रूपए एसएलओ दफ्तर में जमा करा दिया गया है। 30 करोड़ भी जल्द जमा किए जाएंगे।

30 मीटर तक चौड़ी होगी रोड

चौड़ीकरण के बाद रोड करीब 30 मीटर तक चौड़ी होगी। फोर लेन में 7.50-7.50 मीटर की दो रोड और सिक्स लेन में 9-9 मीटर की दो सड़कें होंगी। बाकी फुटपाथ और डिवाइडर होंगे। निर्माण में थोड़ वक्त लग सकता है। निजी जमीन का अधिग्रहण का प्रक्रिया पूरी हो गई।

प्रोसेस में फॉरेस्ट क्लीयरेंस प्रक्रिया

रोड चौड़ीकरण को 20 हेक्टयर जमीन फॉरिस्ट की आ रही है। इसके लिए केंद्र सरकार से जमीन की फॉरेस्ट क्लीयरेंस की परमिशन ली जा रही है। एनएचआई के अफसरों ने बताया कि फाइल केंद्रीय फॉरेस्ट एवं इन्वयार्मेंट मंत्रालय भेजी गई है, फॉरेस्ट क्लीयरेंस मिलते ही काम शुरू कर दिया जाएगा।

प्रोजेक्ट की टेंडर प्रक्रिया पूरी

भानियावाला-ऋषिकेश रोड पर पूर्व में एलिवेटेड रोड बनाई जानी प्रस्तावित थी, जिसे कैंसिल कर अब एलिफेंड कोरिडोर बनाए जा रहे हंै। करीब एक साल पहले भानियावाला से लेकर एयरपोर्ट के पास तक 2.2 किलोमीटर फ्लाई ओवर बनाया जाना प्रस्तावित था, लेकिन लोगों के विरोध और एयरपोर्ट विस्तारीकरण के कारण 2.2 किमी फ्लाईओवर को रद्द कर दोबारा टेंडर किए गए हैं। यह प्रक्रिया भी लगभग पूरी हो गई है।

अब नजर नहीं आएंगे सात मोड़

डांडी से लेकर नटराज चौक तक वन क्षेत्र में फोर लेन के साथ ही पांच एलीफेंड अंडर पास बनाए जाएंगे, इसके साथ ही 7 मोड़ और अन्य मोड को भी सीधा किया जाएगा। यहां पर सारे मोड़ खत्म हो जाएंगे।

16000 पीसीयू का वाहन क्षमता

6 लेन रोड बनने के बाद हाईवे पर करीब 16 हजार पैंसेंजर कार यूनिट (पीसीयू) की वाहन क्षमता है। प्रोजेक्ट कंप्लीट होने के बाद ऋषिकेश से देहरादून का सफर मात्र 25 से 30 मिनट में पूरा हो जाएगा।

प्रोजेक्ट पर एक नजर
-20 किमी। रोड चौड़ीकरण की टेंडर प्रक्रिया पूरी

-750 करोड़ के लगभग होंगे खर्च

-30 मीटर तक चौड़ हो जाएगी रोड

-68 करोड़ मुआवजे पर होंगे खर्च

-38 करोड़ एसएलओ दफ्तर में कर दिए मुआवजे को जमा

-25 हेक्टेयर जमीन का होगा अधिकग्रहण

-20 हेक्टेयर फॉरेस्ट और 5 हेक्टेयर प्राईवेट लैंड शामिल

-16 हजार पीसीयू हो जाएगी रोड की वाहन क्षमता


प्रोजेक्ट से मिलेगा ये लाभ

-भानियावाला में जाम से मिलेगी बड़ी राहत
- सात मोड़ पर हाथियों का भय खत्म, 24 घंटे चलेंगे वाहन
- दून से जौलीग्रांट एयरपोर्ट की आवाजाही होगी और भी सुगम
- हाथियों के आतंक के चलते सात मोड़ एरिया में रात्रि के समय नहीं लगेंगे वाहनों की कतारें
- सात मोड़ के जंगल में तीव्र घुमाऊदार मोड़ व एक्सीडेंट जोन होंगे खत्म

भानियावाला-ऋषिकेश के चौड़ीकरण के टेंडर समेत सभी जरूरी क्लीयरेंस की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। जल्द ही कार्य निर्माण कंपनी को अवार्ड किया जाएगा। रोड चौड़ीकरण के बाद दून से जौलीग्रांट एयरपोर्ट और ऋषिकेश तक आवागमन बहुत ही सुगम और आसान हो जाएगी।
-पंकज कुमार मौर्य, प्रोजेक्ट डायरेक्टर, एनएचएआई।

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