- एग्जाम किया कैंसिल, अब 12 फरवरी को होगी परीक्षा
-राज्य लोक सेवा आयोग के अनुभाग अधिकारी ने पत्नी की हेल्प से किया था पेपर लीक
-आरोपी अनुभाग अधिकारी और उसकी पत्नी समेत 5 अरेस्ट, 41.50 लाख रुपए बरामद
देहरादून, (ब्यूरो):
उत्तराखंड में भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक मामले पीछा छोडऩे का नाम नहीं ले रहे हैं। एक बार फिर भर्ती परीक्षाओं को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। अबकी बार लेखपाल पदों के लिए कराई गई परीक्षा का पेपर लीक हो गया। राज्य लोक सेवा आयोग ने 536 पदों के लिए ये परीक्षा गत 8 जनवरी को कराई थी। परीक्षा का पेपर आयोग में ही अतिगोपन अनुभाग-तीन में कार्यरत अनुभाग अधिकारी संजीव प्रकाश चतुर्वेदी ने अपनी पत्नी रितु की मदद से लीक किया था। इसके बाद 25 लाख रुपये में नकल माफिया को बेच दिया। एसटीएफ ने थर्सडे को मामला का पर्दाफाश करते हुए अनुभाग अधिकारी, उसकी पत्नी समेत 5 नकल माफियाओं को अरेस्ट कर लिया है। इनसे 41 लाख से अधिक की राशि भी बरामद की है।
एक दिन बाद मिली थी गोपनीय सूचना
-कुछ लोगों ने पेपर लीक कर परीक्षा से पहले ही एप्लीकेंट्स को करा दिए थे पेपर।-शुरुआती जांच में मामले की पुष्टि होने पर थर्सडे सुबह हरिद्वार के थाना कनखल में हुआ केस दर्ज।-जांच में संजीव चतुर्वेदी, उसकी पत्नी रितु व 3 अन्य के नाम आए सामने।
-पेपर लीक के सरगना संजीव चतुर्वेदी को आयोग ऑफिस व रितु को घर से किया अरेस्ट।
-आरोपी राजपाल, संजीव कुमार निवासी ग्राम-कुलचंदपुर सहारनपुर (यूपी) को हरिद्वार से किया गिरफ्तार।-रामकुमार को उसके घर सेठपुर लक्सर हरिद्वार से दबोचा गया।- मुख्य आरोपी चतुर्वेदी व रितु से प्रश्न पत्र की कॉपी हुई बरामद।- इन दोनों से साढ़े 22 लाख रुपये व बाकी 3 आरोपियों 19 लाख हुए बरामद।
पत्नी भी कम मास्टरमाइंड नहीं
परीक्षा का पेपर चुराने से लेकर बेचने में आरोपी अनुभाग अधिकारी संजीव चतुर्वेदी की पत्नी रितु ने पूरा साथ निभाया। रितु को जब पता चला कि पेपर पति संजीव के अनुभाग में रखा गया है, तो उसने पति के साथ पेपर लीक करने का षडयंत्र रच डाला। पति पर संदेह न हो, रितु ने अपना मोबाइल से पेपर की फोटो खींच लिए और वाट््सएप के जरिये पेपर को सर्कुलेट कर दिया। रितु के मोबाइल से वाट््सएप कॉल के जरिये संजीव ने अपने जानने वाले राजपाल के साथ पेपर का सौदा कर दिया।
कौन है राजपाल
राजपाल हरिद्वार में निजी कॉलेज में गेस्ट लेक्चरर है। इस वजह से उसकी पहचान संजीव चतुर्वेदी से थी। राजपाल ने अपने परिचित हरिद्वार में निजी पैथोलाजी लैब में कार्यरत टेक्नीशियन संजीव और रामकुमार को भी साजिश में शामिल किया।
लक्सर व बिहारीगढ़ में नकल की पाठशाला
संजीव चतुर्वेदी ने करीब 25 लाख रुपये में पेपर राजपाल और उसके साथियों को बेचा। इसके बाद राजपाल ने संजीव और रामकुमार के साथ वाट््सएप से एप्लीकेंट्स से संपर्क किया और लक्सर व बिहारीगढ़ (सहारनपुर) में पेपर हल कराया। बिहारीगढ़ में स्थित माया अरुण रिजॉर्ट और लक्सर में ग्राम सेठपुर स्थित एक घर में एप्लीकेंट्स को पेपर हल कराया गया।
एक नजर
-35 एप्लीकेंट्स चिह्नित, कई और रडार पर
-पेपर खरीदने वाले एप्लीकेंट्स की संख्या 100 से ज्यादा होने की संभावना
-536 पदों के लिए 8 जनवरी को हुई थी परीक्षा
-1 लाख, 58 हजार, 210 एप्लीकेंट्स ने किया था रजिस्ट्रेशन
-1 लाख, 14 हजार, 71 एप्लीकेंट्स परीक्षा में हुए शामिल
-परीक्षा के लिए बनाए गए थे13 जिलों में 458 केंद्र
अब 12 फरवरी को होगी परीक्षा
राज्य लोक सेवा आयोग के सचिव जीडीएस रावत ने बताया कि अब लेखपाल भर्ती परीक्षा विजिलेंस, इंटेलीजेंस व पुलिस फोर्स के बीच 12 फरवरी को होगी। वहीं, 12 फरवरी को होने वाली सहायक लेखाकार व लेखा परीक्षक की भर्ती परीक्षा 19 फरवरी को होगी। बाकी परीक्षाओं का कैलेंडर पूर्ववत रहेगा। पेपर सुरक्षित रखने के लिए आयोग ऑफिस में विजिलेंस व इंटेलीजेंस का सेल बनाने के लिए सरकार को पत्र भेजा गया है।---
वर्जन::
आठ जनवरी को लेखपाल परीक्षा हुई थी। जब पता चला कि इस तरह से पेपर आउट किया गया है तो एसटीएफ ने जांच की। तत्काल कार्रवाई करते हुए पांच लोगों को अरेस्ट कर लिया गया। उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने भी तत्काल फैसला लेते हुए परीक्षा को कैंसिल कर नई डेट घोषित कर दी है।-पुष्कर ङ्क्षसह धामी, सीएम उत्तराखंड।