देहरादून,(ब्यूरो): चीफ सेक्रेटरी राधा रतूड़ी ने सभी अधिकारियों को जीरो एक्सीडेंट स्टेट के विजन के साथ काम करने के निर्देश दिए हैं। सीएस ने रोड सेफ्टी को कम करने के लिए दोपहिया वाहन में पीछे बैठने वाली सवारी के लिए भी हेलमेट पहनने व फोर व्हीलर में सभी के लिए सीट बेल्ट की व्यवस्था सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए।

423 करोड़ से होंगे काम
मंडे को सचिवालय में सीएस की अध्यक्षता में रोड सेफ्टी कोष प्रबंधन समिति की बैठक हुई। बताया, कि स्टेट में इस वर्ष रोड सेफ्टी के लिए 423 करोड़ रुपये से कार्य किए जाएंगे। इसमें 400 करोड़ रुपये की व्यवस्था पीडब्ल्यूडी के बजट में सड़क सुरक्षा मद में की गई है। जबकि, रोड सेफ्टी कोष से परिवहन व पुलिस विभाग के लिए 23 करोड़ रुपये के प्रस्तावों को मंजूरी दी गई है। सीएस ने जीरो एक्सीडेंट राज्य के विजन के साथ काम करने पर जोर दिया है। बैठक में सीएस ने परिवहन विभाग से रोड एक्सीडेंट के बाद हुए डेथ ऑडिट के फलस्वरूप उठाए गए कदमों की जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।

सीएस ने दिए हैं ये निर्देश
-स्टेट में फेसलेस चालान सिस्टम लागू किया जाएगा।
-राज्य की सीमा व सभी प्रमुख मार्गों पर एएनपीआर कैमरे लगेंगे।
-ड्रोन कैमरों से ट्रैफिक निगरानी व चालान किए जाएं।
-स्कूलों में सप्ताह में 1 दिन बच्चों को रोड सेफ्टी पर अवेयर किया जाएगा।
-रोड सेफ्टी में घायलों की हेल्प को गुड समेरिटन योजना को हो प्रचार।

इन कार्यों को मिली मंजूरी
सीएस ने सभी 13 जिलों में ड्रोन सेवाओं की व्यवस्था, ट्रैफिक सिग्नल को एएनपीआर व आरएलवीडी सिस्टम से अपग्रेड करने, हाईटेक मोटर साइकिल लेने, राडार गन, कैमरे, साइन बोर्ड, बॉडीवार्न कैमरे, एल्कोमीटर आदि की खरीद के प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। वहीं, पीडब्ल्यूडी को सुरक्षात्मक कार्यों के तहत क्रैश बैरियर लगाने, पैरापिट व रोड साइन बोर्ड लगाने के कार्यों की भी वित्तीय व सैद्धांतिक स्वीकृत प्रदान की गई।

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