- सोर्स रिडक्शन पर पहला फोकस, लार्वा किया जाएगा नष्ट, लापरवाहों का होगा चालान

देहरादून, 12 सितम्बर (ब्यूरो)।
दून में डेंगू के लगातार बढ़ रहे मामले स्वास्थ्य विभाग के लिए चुनौती साबित हो रहे हैैं। दिनोंदिन डेंगू का दायरा बढ़ रहा है, हॉस्पिटल्स फुल हैैं और संसाधन कम पड़ रहे हैैं। डेंगू पर लगाम लगाने के लिए सोर्स रिडक्शन ही सबसे प्रभावी ऑप्शन माना जा रहा है, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग अब महाअभियान चलाएगा। डेंगू के हॉटस्पॉट बने एरियाज से इसकी शुरुआत की जाएगी। माइक्रो प्लान बनाकर रोस्टर के अनुसार दून में फॉगिंग की जाएगी। नगर निगम का लार्वा साइट्स को आइडेंटिफाई करना और लार्वा नष्ट करने का अभियान भी जारी रहेगा। पानी के जमाव को लेकर लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ भी सख्त एक्शन लेने की बात कही गई है।


वर्चुअल मीटिंग में महाभियान का फैसला
स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने डेंगू नियंत्रण के लिए अफसरों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में डीएम सोनिका, स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ विनीता शाह, निदेशक चिकित्सा शिक्षा आशुतोष सयाना, सीएमओ देहरादून डॉ संजय जैन, निदेशक राÓय संचरण परिषद डॉ अजय नगरकर, कार्यक्रम अधिकारी एनएचएम डॉ पंकज सिंह सहित नगर स्वास्थ्य अधिकारी व अधिकारी मौजूद रहे। जिसमें सिटी में डेंगू को लेकर महाअभियान चलाए जाने का निर्णय लिया गया।

लापरवाही पर जुर्माना तय
स्वास्थ्य सचिव ने डेंगू को रोकने के लिए सभी विभागों के साथ मिलकर कार्य करने के निर्देश जारी किये हैं। स्वास्थ्य, नगर निगम, शिक्षा, लोक निर्माण, पेयजल सहित सभी विभागों को मिलकर कार्य करने को कहा। जिन स्थानों पर चेतावनी के बाद भी पानी जमा होने से डेंगू म'छर पैदा होने की स्थितियां उत्पन्न हो रही हैं। जिसे देखते हुए ऐसे संस्थानों व लोगों पर आर्थिक दंड का प्रावधान किए जाने के निर्देश दिए। जिससे जनहित में डेंगू के खतरे से लोगों को बचाया जा सके व महामारी का रूप लेने से रोका जा सके।

रेसिडेंशियल कमेटियों से सहयोग की अपील
स्वास्थ्य सचिव ने जिले के सभी एनजीओ व सामाजिक संगठनों व रेसिडेंशियल सोसाइटी से आग्रह किया कि वह आगे बढ़कर डेंगू मुक्ति अभियान का हिस्सा बनें। सभी समितियों को अपने-अपने इलाकों में आम जनमानस को जागरूक करने के साथ ही यदि कहीं डेंगू का लार्वा मिलता है तो उसे खत्म करने का प्रयास करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही इसकी जानकारी नगर निगम व स्वास्थ्य विभाग की टीम को देने के लिए निर्देशित किया। सामूहिक प्रयासों से डेंगू के खतरे से लोगों को बचाया जा सकता है और इसे रोका जा सकता है।

फ ॉगिंग के लिए बनेगा मास्टर प्लान
स्वास्थ्य सचिव ने नगर निगम को निर्देश दिया कि वे डेंगू रोग को महामारी का रूप लेने से रोकने के लिए नगर निगम, नगर निकाय माइक्रो प्लान बनाकर रोस्टर के अनुसार फॉगिंग करें। ताकि, हर क्षेत्र में फॉगिंग एवं स्व'छता अभियान चलाया जा सके। शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में डेंगू के हॉटस्पॉट चिन्हित कर निरन्तर स्व'छता अभियान एवं डेंगू रोकथाम एवं नियंत्रण समबन्धित कार्रवाई की जाए।

दून में बनाया स्पेशल डेंगू डे ड्यूटी ऑफिसर
निदेशक चिकित्सा शिक्षा एवं प्राचार्य डॉ आशुतोष सायना ने डेंगू महामारी के प्रभावी रोकथाम डेंगू से पीडि़त पेशेंट के उपचार व जांच कार्यो को समय पर करने के निर्देश दिए। उन्होंने सीरियस पेेंशेट के लिए उपचार की व्यवस्था किए जाने के निर्देश दिए। एमएस डॉ। अनुराग अग्रवाल ने डॉ। आरपी खंडूरी को दून हॉस्पिटल का स्पेशल डेंगू डे ड्यूटी ऑफि सर नामित किया। डॉ आरपी खंडूरी वार रूम में &:00 बजे से रात 9:00 बजे तक बैठेंगे।

दून में स्थिति
डेंगू केस - 27
कुल डेंगू के मामले- 682
एक्टिव डेंगू के मामले - 128
ठीक हुए केस - 616

डेंंगू पर एक नजर
मामले -1182
रिकवर - 902
एक्टिव केस - 267
कुल मौते - 1&
दून में स्थिति
नए मामले - 27
कुल मौते - 1&
कुल मामले - 682
रिकवर पेशेंट - 616
सेम्पल कलेक्शन - 50500


आज आए मामले
जिला - नए केस - कुल मामले
देहरादून - 27 - 682
नैनीलात - 7 - 151
हरिद्वार - 00 - 191
पौडी गढ़वाल - 10 - 109
उधमसिंहनगर - & - 27
अल्मोड़ा - 00- 0&
चमोली - 05 - 1&
बागेश्वर - 0 -2
रुद्रप्रयाग - 0 - 4
कुल मामले - 52 - 1182


वर्जन -:
डेंगू को गंभीरता से लिया जा रहा है। दून में डेंगू के सबसे ज्यादा मामले आ रहे हैं। जिसे देखते हुए यहां एक चार दिन काअभियान चलाया जाएगा। डेंगू को लेकर विभागीय टीम पब्लिक को अवेयर करेंगी।
डॉ । आर राजेश कुमार, सचिव स्वास्थ्य उत्तराखंड