-रोड सेफ्टी वीक के तहत अवेयरनेस जारी, बेहतर ट्रैफिक के लिए नो पार्किंग जोन में वाहन पार्क न करने की अपील
-वाहन चालकों व व्यापारियों की भी मांग, राजधानी में हो पार्किंग के इंतजाम

देहरादून (ब्यूरो): कई मायने में वाहन चालकों के तर्क भी वाजिब हैं। सिटी में पर्याप्त पार्किंग की सुविधा मिले, तो सड़कों के किनारे वाहनों की पार्किंग देखने को ही नहीं मिलेगी। उधर, पुलिस भी पार्किंग के लिए जमीन की तलाश में जुटी हुई है। ड्रोन तक की हेल्प ली जा रही है। पार्किंग के लिए पुलिस ने कई ऑफर तक निकाल दिए हैं। लेकिन, समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। स्थिति ये है कि शहर में बेहतर ट्रैफिक के दावों को पलीता लग रहा है और वाहन चालक आड़े-तिरछे वाहनों का संचालन कर रहे हैं, जिससे रोड एक्सीडेंट्स के खतरे बढ़ रहे हैं।

नो पार्किंग में 24836 पर कार्रवाई
बेशक, पुलिस सड़कों पर नो पार्किंग की बात कह रही है। लेकिन, मजबूर होकर वाहन चालकों को वाहन पार्क करने पड़ रहे हैं। यही वजह है कि वाहन चालकों को इसकी खामियाजा भी भुगतना पड़ रहा है। अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पुलिस ने गत वर्ष नो पार्किंग जोन से 24836 वाहन चालकों पर कार्रवाई की। जबकि, वर्ष 2021 में केवल 4528 वाहनों पर पुलिस ने अपनी कार्रवाई थी।

वर्ष 2022 में चालान
कुल चालान---134499
जुर्माना वसूला--102507748
कैमरे से चालान--49802
रैश ड्राइविंग--140
रेट्रो व मोडिफइड साइलेंसर--2091
काले शीशे--361
नो पार्किंग--24836
क्रेन से चालान--9000
रेड लाइट जंप--28401

एक वर्ष में 3.39 करोड़ ज्यादा जुर्माना
कहने के लिए हर वर्ष रोड सेफ्टी वीक के जरिए आम लोगों को पुलिस व आरटीओ की ओर से जागरूक किया जाता है। लेकिन, चंद दिनों के बाद स्थिति जस की तस नजर आने लगती है। ट्रैफिक पुलिस के आंकड़ों के अनुसार ट्रैफिक वॉयलेशन में जहां वर्ष 2021 में जहां 68511450 का जुर्माना वसूला गया। अगले वर्ष 2022 में यह आंकड़ा 102507748 तक जा पहुंचा। इस प्रकार से दूनाइट्स ने 3.39 करोड़ का ज्यादा जुर्माना भरा। साफ है कि लोग जुर्माना भरने को तैयार हैं, लेकिन, सड़क सुरक्षा के लिए राजी नहीं हैं।

यमराज ने भी किया जागरुक
एसपी ट्रैफिक के नेतृत्व में सैटरडे को ट्रैफिक पुलिस ने 33वें सड़क सुरक्षा सप्ताह कार्यक्रम के तहत बनावटी यमराज के जरिए जागरुक करने की कोशिश की। अवेयरनेस प्रोग्राम घंटाघर, सर्वे चौक आदि इलाकों में चलाया गया। जहां विदआउट हेलमेट, सीट बेल्ट न पहनने वालों को जागरुक किया गया। ऋषिकेश सिटी में रोड सेफ्टी अवेयरनेस को लेकर रैली निकाली गयी। वहीं, तिराहों व चौराहों पर पुलिस ने ट्रैफिक आई के बारे में भी जानकारी दी।

इन इलाकों में नो पार्किंग जोन में वाहन पार्क
-राजपुर रोड
-घंटाघर
-दर्शन लाल चौक
-गांधी रोड
-चकराता रोड
-धर्मपुर
-सहारनपुर चौक
-आईएसबीटी
-सर्वे चौक

ये बात सच है कि वाहन चालकों को नो पार्किंग जोन में वाहन पार्क नहीं करने चाहिए। लेकिन, ये भी सच है कि राजधानी दून में आए दिन वाहनों की संख्या बढ़ रही है। जिस पर शासन प्रशासन को नए पार्किंग के इंतजाम करने चाहिए। जिससे रोड सेफ्टी का मकसद भी पूरा हो।
-गुलशन अरोड़ा

सड़क सुरक्षा सप्ताह से लोगों को जागरूक किया जा रहा है। लेकिन, दून में लगातार पार्किंग की समस्या बढ़ती जा रही है। समय पर पार्किंग की समस्या से निजात नहीं पाया गया तो सड़कों पर वाहन चलाना चुनौती से कम नहीं होगा। सरकार को इस पर विचार करना चाहिए।
-अरुण पाल

बेहतर रोड सेफ्टी की बात की जा रही है। अच्छी बात है। लेकिन, इसमें पार्किंग की उपलब्धता की भी बड़ी भूमिका है। जिस पर विभागों को गहराई से सोचने की जरूरत है। जिससे यह समस्या आगे न गहरा जाए। पार्किंग हर साल घट रही है, वाहन बढ़ते जा रही हैं।
यसवीर आर्य