देहरादून, (ब्यूरो): घरों में लगाए गए मीटर भले ही नए हों, लेकिन स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगने के बाद वह पुराने हो जाएंगे। अब आधुनिक तकनीक के मीटर लगाए जा रहे हैं, जिनसे कंज्यूमर्स को कई फायदे होंगे। केंद्र सरकार की आरडीएसएस योजना के तहत उत्तराखंड में स्मार्ट विद्युत मीटर लगाने का कार्य शुरू हो गया है। ऊर्जा निगम ने इसकी शुरुआत सभी सरकारी आवासों, कार्यालयों से कर दी है। इसके बाद जल्द घरेलू उपभोक्ताओं के घरों पर स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। ऊर्जा निगम की ओर से कुमाऊं क्षेत्र में अडानी ग्रुप को इस कार्य का जिम्मा सौंपा गया है, जिसमें लगभग 6.25 लाख मीटर और गढ़वाल क्षेत्र में जीनस कंपनी की ओर से लगभग 9.62 लाख मीटर की स्थापना की जाएगी। सभी मीटर निशुल्क लगाए जाएंगे।

कंज्यूमर्स के हाथों में कंट्रोल

ऊर्जा निगम के डायरेक्टर ऑपरेशन एमआर आर्या ने बताया कि स्मार्ट मीटर एक ऐसा आधुनिक मीटर है, जिसका कंट्रोल उपभोक्ताओं के हाथों में होगा। इससे पल-पल के बिजली उपयोग की जानकारी, जरुरी सूचनाएं, बिजली के उपयोग की तुलना सहित आसान पेमेंट विकल्प मिलते हैं। निगम की ओर से अडानी व जीनस कंपनी को केंद्र सरकार की ओर से जारी मानक बोली दस्तावेज में निहित नियमानुसार निविदा अवार्ड होने के पश्चात ही स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य दिया गया है।

देशभर में लग रहे स्मार्ट मीटर

डायरेक्टर ऑपरेशन ने बताया कि अडानी ग्रुप की ओर से देश के अन्य राज्यों में भी स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य गतिमान है, जिसमें बिहार, असम, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश आदि राज्य सम्मिलित हैं। इस योजना के अंतर्गत स्मार्ट मीटर प्रणाली की स्थापना का कार्य न केवल उत्तराखंड राज्य बल्कि पूरे देश में 45 से भी अधिक निजी कंपनियों के माध्यम से किया जा रहा है।

बकायेदारों के कटेंगे कनेक्शन

राजस्व वसूली लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अभी से बकाया वसूलने की तैयारी शुरू कर दी गई है। सभी अधिकारियों को राजस्व लक्ष्य के सापेक्ष 100 परसेंट वसूली व सभी उपखंडों में मेगा कैंप लगाकर प्रचार करने को कहा गया है। सभी खंडों में बकाया धनराशि वाले संयोजनों को नोटिस जारी किए जाएंगे। अपरिहार्य परिस्थितियों को छोड़कर सभी अधिकारी अपने-अपने मुख्यालय में उपस्थित रहकर राजस्व वसूली की कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे।

एसएमएस से भेजेंगे रिमाइंडर

बेहतर प्रदर्शन करने वाले मंडलों, खंडों एवं उप खंडों को सम्मानित किया जाएगा। अभियान चलाकर उपभोक्ताओं के फोन नंबर जुटाने और उन पर बिल भुगतान का एसएमएस के माध्यम से रिमाइंडर भेजे जाएंगे। उपभोक्ताओं को आनलाइन बिल भुगतान के लिए प्रेरित किया जाएगा। काफी समय से बिल का भुगतान न करने पर कनेक्शन काट दिया जाएगा।

योजना के मुख्य बिंदु

- उत्तराखंड के साथ ही देशभर में लगाए जा रहे स्मार्ट प्रीपेड मीटर

- पुराने मीटर को स्मार्ट मीटर में बदलने का नहीं लिया जा रहा कोई चार्ज

- कुमाऊं में अडानी कंपनी लगा रही 6.25 लाख स्मार्ट मीटर

- गढ़वाल क्षेत्र में जीनस कंपनी की ओर से लगाए जा रहे 9.62 लाख मीटर

- कंज्यूमर्स के हाथ में होगा मीटर का कंट्रोल, जितनी जलाओगे बिजली उतना ही करना पड़ेगा चार्ज

- घर बैठे मोबाइल फोन से 90 रुपए से रिचार्ज हो जाएगा प्रीपेड स्मार्ट मीटर

स्मार्ट प्रीपेड मीटर देशभर में लगाए जा रहे हैं। इससे उपभोक्ताओं को दोहरा लाभ होगा। मीटर कंट्रोल भी कंज्यूमर के हाथ में होगा। सभी कंज्यूमर्स से अपील की जाती है कि ऊर्जा निगम की ओर से लगाए जाने वाले मेगा कैंप में अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर लाभ उठाएं।

एमआर आर्य, डायरेक्टर ऑपरेशन, ऊर्जा निगम

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